
पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में मरीज की मौत के बाद नर्सिंग होम में जमकर तोड़-फोड़ की गई. परिजनों ने सड़क पर निकल कर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए. इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों को हिरासत में लिया है.
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार रात मजनू शेख (30 वर्ष) अपने अपेंडिक्स के ऑपरेशन के लिए खुद मोटरसाइकिल चला कर अपनी पत्नी के साथ होम लाइफ केयर नर्सिंग होम पहुंचा था. मजनू का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद मजनू का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा. मजनू की हालत खराब होती देख डॉक्टरों ने उसे एक दूसरे नर्सिंग होम रेफर कर दिया.
परिजनों के मुताबिक, मजनू को एक इंजेक्शन लगाया गया था. वहीं परिजनों को मजनू से मिलने भी नहीं दिया गया. जिसके बाद रविवार सुबह डॉक्टरों ने परिजनों को मजनू की मौत की खबर दी. मजनू की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों ने डॉक्टरों से मिलना चाहा लेकिन नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने मजनू के परिजनों से मिलने से इंकार कर दिया.
जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम में जमकर तोड़-फोड़ की. हंगामे की खबर मिलते ही वहां पहुंची पुलिस ने लोगों को खदेड़ते हुए जमकर लाठियां बरसाईं. इस दौरान कई लोग घायल हो गए. मजनू की पत्नी का आरोप है कि दूसरे नर्सिंग होम में एक इंजेक्शन लगाए जाने के बाद मजनू की हालत बिगड़ने लगी थी. जिसके कुछ घंटों बाद उसके पति की मौत हो गई.
मृतक के परिजनों ने नर्सिंग होम संचालकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.