
राजधानी दिल्ली में छेड़खानी की घटनाएं बढ़ती ही जा रहीं हैं. मनचलों द्वारा महिलाओं का पीछा करना और छेड़छाड़ बेहद आम बात हो गई है. पुलिस हर साल छेड़खानी के सैकड़ों मामले दर्ज करती है. आंकड़ों के मुताबिक, छेड़खानी के इन मामलों में दिल्ली पुलिस ने पिछले 180 दिनों में हर रोज एक मनचले को गिरफ्तार किया है.
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों में राजधानी दिल्ली किसी से कम नहीं है. हर रोज छेड़खानी, यौन उत्पीड़न और बलात्कार जैसी घटनाएं राजधानी की छवि खराब कर रहीं हैं. पुलिस अक्सर छेड़छाड़ के मामलों में आरोपी के अपराध को मामूली समझते हुए उन्हें चेतावनी देकर छोड़ देती है या फिर कड़ी कार्रवाई नहीं करती है.
यही वजह है कि मनचलों के हौसले बुलंद हो जाते हैं और वह पहले से भी बड़ी वारदात को अंजाम देने से भी गुरेज नहीं करते. आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में हर रोज एक मनचला छेड़छाड़ के केस में गिरफ्तार किया जाता है. बीते साल 835 ऐसे मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें पुलिस ने बड़ी संख्या में मनचलों को गिरफ्तार किया था.
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने इस बारे में कहा, पुलिस ने साल 2013 में एक मुहिम शुरू की थी. जिसके अनुसार पुलिस ने शारीरिक शोषण के मामलों में गिरफ्तार हुए आरोपियों की एक लिस्ट दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर अपलोड की. इस लिस्ट में 700 ऐसे आरोपियों के नाम हैं, जिन्हें आप आसानी से वेबसाइट पर देख सकते हैं. इस मुहिम का मकसद आरोपियों के मन में महज पश्चाताप का भाव जगाना है.