
नोटबंदी के बाद बांग्लादेश के रास्ते भारत में आ रहे 2000 रुपये के नकली नोट को पाकिस्तान भेज रहा है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वार नकली नोट भेजने की भनक लगते ही मोदी सरकार भी हरकत में आ गई. नकली नोट का सिंडिकेट अपनी जड़े न जमा ले, इसलिए डीजी स्तर की बातचीत में यह मुद्दा प्रमुख होगा.
बीएसएफ डीजी के नेतृव में एक डेलीगेशन डीजी स्तर की बातचीत के लिए बांग्लादेश जा रहा है. 18 फरवरी से 22 फरवरी तक बीएसएफ का 10 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल बांग्लादेश जाकर बीजीबी के सीनियर अधिकारियों के सामने 2000 रुपये के नकली नोट का मुद्दा उठाएगा. बांग्लादेश से भारत में 150 से ज्यादा नकली नोट भेजे जा चुके हैं.
बांग्लादेश सीमा पर तैनात बीएसएफ की ‘जी-ब्रांच’ यानि खुफिया विभाग के अधिकारियों ने नकली नोट पर एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें कहा गया है कि 2000 रुपये के नकली नोट बांग्लादेश में छप रहे हैं. आईएसआई के इशारे पर बांग्लादेश से होते हुए नकली नोट की स्मगलिंग बड़ी मात्रा में करने का प्रयास किया जा रहा है.
बताते चलें कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर 2 लाख मूल्य के 2000 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए थे. इन नकली नोट के फीचर्स असली नोट से मिलते-जुलते हैं. बीएसफ और एनआईए की टीम ने संयुक्त रूप से छापा मारकर नकली नोट की इस खेप को वेस्ट बंगाल के मालदा से बरामद किया था. सीमा पर नकली नोट बरामद होने का सिलसिला जारी है.
बीएसफ और एनआईए की टीम ने 14 फरवरी को मालदा जिले के कालीचक थाना क्षेत्र से उमर फारुक उर्फ फिरोज को 2000 रुपये के 3 नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था. फिरोज से पूछताछ में पता चला कि सीमा पर बांग्लादेश की तरफ से नकली नोट भेजे जाते हैं. एनआई की इस सूचना के आधार पर बीएसफ ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी थी.
नोटबंदी के दो महीने के भीतर ही पाकिस्तान और बांग्लादेश के रास्ते नकली नोटों की खेप भारत के अंदर पहुंचनी शुरू हो गई है. भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के जरिए बड़े पैमाने पर 2000 रुपये के नकली नोटों की भारत में सप्लाई की जा रही है. जांच एजेंसियों को पता चला है कि पाकिस्तान ने इन नकली नोटों को सैंपल के तौर पर भेजा है.