
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने लूट के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए लूट में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. खास बात ये है कि पुलिस इस मामले में बदमाशों के मुख्य ठिकाने तक पहुंच गई जिसकी वजह से पुलिस ने लूटे गए सामान का एक बड़ा हिस्सा बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक चारों बदमाशों ने एक किलो सोने की लूट की थी.
ये वारदात 20 मई की है. नोएडा फेज 2 के इलाके में एक प्राइवेट कंपनी के मैनेजर और कर्मचारी से चार बदमाशों ने एक किलो सोना लूट लिया था, लेकिन बदमाशों ने जिस तरह से लूट की साजिश रची थी उससे पुलिस को पहले ही संदेह हो गया था कि बदमाशों के पास पहले से जानकारी थी कि किस वक्त और किस रास्ते से सोना लेकर कंपनी का मैनेजर जाने वाला है. इसी आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो पुलिस को विकास नाम के एक युवक के बारे में पता लगा. विकास पास की ही एक दूसरी कंपनी में काम करता है. पुलिस ने इसके बाद जांच को आगे बढ़ाया तो पुलिस को इन बदमाशों के मेन ठिकाने के बारे में पता लगा. बदमाशों ने दादरी इलाके में दुर्गा विशाल मंदिर के पीछे तलाब के किनारे एक कमरे में अपना ठिकाना बनाया था, जब पुलिस की टीम वहां पहुंची तो बदमाश लूटे गए एक किलो सोने में से छह सौ ग्राम बेच चुके थे. पुलिस ने बदमाशों के पास से 30 लाख कैश और चौर सौ ग्राम सोना बरामद किया है.
एसएसपी ने बताया कि इस लूट का मास्टर माइंड विकास है. वह फेज-दो क्षेत्र के एनएसईजेड स्थित एक कंपनी में काम करता है. यह कंपनी उस कंपनी के पास ही है जिसके कर्मचारियों को विकास ने लूटा था. लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए विकास ने भूपेंद्र उर्फ गोली, इसरार और दादरी में सुनार का काम करने वाले अश्विनी से संपर्क किया. अश्विनी और विकास एक ही स्कूल में पढ़ते थे. वारदात को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने रेकी की और 20 मई को लूटी की वारदात को अंजाम दे दिया. इस साजिश में सुनार को सिर्फ इसलिए शामिल किया गया था ताकि वो सोने को खपा सकें.