
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की राजदार हनीप्रीत इंसां अपने ऊपर लगे संगीन आरोपों को लेकर भले ही घड़ियाली आंसू बहा रही हो, लेकिन पुलिस के पास उसके खिलाफ कई अहम सबूत मौजूद हैं.
पुलिस की माने तो 25 अगस्त को पंचकूला कोर्ट का फैसला आने से हफ्ता भर पहले ही सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में जबरदस्त हलचल थी. राम रहीम और उसके बेहद खास समर्थक बुरी तरह उलझन में थे. राम रहीम को बलात्कार के इलजाम से बरी हो जाने की उम्मीद भी थी, तो जेल जाने का खौफ भी. इस उलझन के दौरान 17 अगस्त को सिरसा के डेरे के अंदर एक मीटिंग बुलाई जाती है. ये मीटिंग किसी और ने नहीं, बल्कि हनीप्रीत ने बुलाई थी और इसी मीटिंग में 25 अगस्त की साजिश का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि 25 अगस्त को पंचकूला में जिस हिंसक वारदात को डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने अंजाम दिया था, उसका ब्लूप्रिंट डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय सिरसा में एक हफ्ता पहले आयोजित एक अहम बैठक में तैयार कर लिया गया था. पंचकूला पुलिस ने इस बैठक में शामिल गुरमीत राम रहीम के निजी सचिव राकेश कुमार अरोड़ा और राम रहीम के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर प्रीतम को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.
इन दोनों की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि हनीप्रीत इंसां डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में शामिल थी और उसी के कहने पर इस वारदात का की रूपरेखा तैयार की गई थी. पंचकुला पुलिस कमीशनर एएस चावला ने कहा है कि 17 अगस्त को डेरे में एक बैठक हुई थी, जिसमें हिंसा की साजिश रची गई थी. उन्होने कहा कि यह एक बेहद सवेदनशील मामला है और इसमें पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं.
उन्होने कहा कि हालांकि हनीप्रीत इंसां ने इन आरोपों को लेकर अनभिज्ञता जताई है, लेकिन इस मामले में उससे पूछताछ की जाएगी. उधर पंचकुला पुलिस ने बुधवार को हनीप्रीत को पंचकुला कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. पुलिस को उमीद है कि वह डेरा प्रमुख गुरमीत रहीम की करीबी हनीप्रीत इंसां से वो सभी राज कबूलवाने में कामयाब होगी, जिसके लिए उसे गिरफ्तार किया गया है.