
छात्रों की सुरक्षा को लेकर दिल्ली के मयूर विहार फेज-3 में अभिभावक प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका ये प्रदर्शन रेयान स्कूल के खिलाफ है. पेरेंट्स ने क्लास और कॉरिडॉर में सीसीटीवी लगाने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने पेरेंट्स-टीचर एसोसिएशन बनाने की मांग की है. दूसरी ओर मुंबई के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के बाहर भी अभिभावक प्रदर्शन कर रहे हैं.
वहीं इस मामले में अपने बच्चे को इंसाफ दिलाने के लिए प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने केस की जांच CBI से कराने की मांग की है. आज सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दाखिल याचिका पर सुनवाई करेगा. दरअसल सोमवार को जब सुप्रीम कोर्ट में प्रद्युम्न मर्डर केस पर सुनवाई हो रही थी, उसी दौरान वरुण ठाकुर को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का फोन आया था.
फोन पर खट्टर ने उनसे कहा कि अगर उनका परिवार पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं होता है तो हरियाणा सरकार इस केस की CBI जांच कराने को भी तैयार है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी प्रद्युम्न की मां ज्योति ठाकुर और अंकल को फोन कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया. गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस के बाद आज सुप्रीम कोर्ट में महिला वकीलों द्वारा दायर याचिका पर भी सुनवाई होगी.
दरअसल महिला वकीलों ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष इस बात को रखा था कि देशभर के अधिकतर स्कूल बच्चों के लिए बनाई गई सेफ्टी गाइडलाइंस का पालन नहीं करते हैं. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने उनसे पहले इस संबंध में याचिका दाखिल करने को कहा था. इसी याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी.
दूसरी ओर मुंबई के कांदिवली स्थित रेयान स्कूल के बाहर अभिभावक हंगामा कर रहे हैं. अभिभावकों का कहना है कि उन्होंने स्कूल के खिलाफ कई बार शिकायत की है. अभिभावकों की मानें तो बच्चों को स्कूल में सभी सुविधाएं नहीं मिलती हैं. कभी स्कूल में पीने का पानी नहीं मिलता है तो यहां कभी वॉशरूम की समस्या बनी रहती है.
क्या है मामला
बीते शुक्रवार गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले 7 साल के मासूम प्रद्युम्न की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. कत्ल का इल्जाम स्कूल बस के कंडक्टर अशोक पर लगा. पुलिस पूछताछ में अशोक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. अशोक ने पुलिस को बताया कि उसने प्रद्युम्न के साथ कुकर्म करने की कोशिश की थी. नाकाम होने पर पकड़े जाने के डर से उसने प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी.
असल गुनहगार को बचाने की कोशिश
प्रद्युम्न के माता-पिता समेत दर्जनों अभिभावकों ने मासूम की मौत के बाद इंसाफ के लिए प्रदर्शन किया. स्कूल के पास स्थित शराब की दुकान को आग के हवाले कर दिया गया. भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, इसमें पत्रकारों समेत कई लोग घायल हुए थे. प्रद्युम्न के माता-पिता ने कहा कि असल गुनहगार को बचाने के लिए बस कंडक्टर को फंसाया जा रहा है, लिहाजा उन्होंने इस केस की जांच CBI से कराने की मांग की.