
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के खिलाफ स्थानीय सेना की मदद के लिए 250 अतिरिक्त सैन्य टुकड़ियों को भेजने की योजना बनाई है. ओबामा ने हाल ही में सैन्य टुकड़ियों की तैनाती को मंजूरी दी है. इससे सीरियाई क्षेत्र में अमेरिकी सैन्यकर्मियों की संख्या 50 से बढ़कर करीब 300 हो जाएगी.
जानकारी के मुताबिक, ओबामा शुरूआत में सीरिया में और सेना भेजने के खिलाफ थे, लेकिन आईएस से प्रभावी लड़ाई के दबाव में राष्ट्रपति ने यह निर्णय लिया. उम्मीद जताई जा रही है कि ओबामा जर्मनी के हनोवर में इसकी घोषणा कर सकते हैं. वह फिलहाल जर्मनी के आधिकारिक दौरे पर हैं. इराक और सीरिया में अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय सैन्य गठबंधन का नेतृत्व कर रहा है.
बताते चलें कि भारत में इस्लामिक स्टेट का मुख्य रिक्रूटर (भर्ती करने वाला) मोहम्मद शफी अरमार कुछ दिन पहले सीरिया में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया है. शफी उर्फ युसूफ आईएसआईएस के चीफ अबु बकर अल-बगदादी का करीबी माना जाता था. वह भारत में इस आतंकी संगठन की जड़ें जमाने में मदद कर रहा था.
शफी ने अपने ग्रुप में कम से कम 30 लोगों को भर्ती किया था. एनआईए, दिल्ली पुलिस और विभिन्न राज्यों की पुलिस फोर्स ने पिछले डेढ़ साल में आईएस के 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. उसने भारत के हर राज्य में आईएसआईएस को जमाने की प्लानिंग की थी. उसके बाद भारतीय आईएस यूनिट को कोई हेड नहीं कर रहा है.
इस बात की संभावना जताई जा रही है कि शफी पिछले एक साल से फेसबुक, व्हाट्सऐप और स्काईप जैसी मैसेजिंग ऐप के जरिए कम से कम 600-700 युवाओं के संपर्क में था. उसने कई लोगों को आईएसआईएस में शामिल कर लिया था. उसने संगठन के लिए फंड जुटाने में भी मदद की थी. हालांकि वह इसमें बहुत कामयाब नहीं हो पाया, क्योंकि भारत सतर्क था.