
देश को दहला देने वाले पुणे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर नयना पुजारी गैंगरेप, मर्डर और लूट केस में कोर्ट ने तीनों आरोपियों को दोषी करार दिया है. कल यानी 9 मई को कोर्ट मुख्यारोपी योगेश राउत, महेश ठाकुर, और विशाल कदम को सजा सुनाएगी. 8 अक्टूबर 2009 को नयना पुजारी की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. आरोपियों नयना से लूटपाट भी की थी.
जानकारी के मुताबिक, नैना पुजारी पुणे में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर थी. वह हर रोज सुबह सात बजे ऑफिस के लिए घर से निकलती थी और शाम सात बजे तक घर आ जाती थी. वह अक्सर कंपनी की बस का इस्तेमाल करती थी. नयना 7 अक्तूबर 2009 को घर से बाहर निकली. रात करीब 8 बजे वह सरकारी बस से ऑफिस से घर के लिए निकली थी.
नयना के पति अभिजीत ने कोर्ट में बताया छा कि उस रात 9.30 बजे तक वह घर नहीं पहुंची. उन लोगों काफी खोजबीन के बाद देर रात को यरवदा थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. अगले दिन पुलिस ने विमाननगर और कल्याणी नगर के एटीएम से पैसे निकाले जाने के बारे में जानकारी दी. उसी दिन एक महिला की लाश मिली थी.
मृतक महिला की पहचान नैना पुजारी के रूप में हुई थी. उसका चेहरा पूरी तरह से क्षत-विक्षत था. उसके कपड़े और गहने से उसकी पहचान हुई थी. पुलिस ने नैना पुजारी की हत्या के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनके नाम योगेश राउत, महेश ठाकुर, विशाल कदम और राजेश चौधरी है. इनमें से ही पहले तीन आरोपियों को सजा सुनाई जाएगी.
बताया जाता है कि मुख्यारोपी योगेश राउत ने पुलिस से कहा था कि उसे अपने किए पर कोई अफसोस नहीं है. उसे रेप करने की आदत हो गई है. इस बयान ने हर किसी को हैरान कर दिया था. गिरफ्तारी से पहले योगेश दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में एक झुग्गी में रहता था. उसने अपना नाम बदल लिया था. दिन में ऑफिस ब्वॉय और रात में लॉन्ड्री में काम करता था.