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बेअंत सिंह के हत्यारे जगतार सिंह को उम्रकैद की सजा

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए दोषी करार दिए गए जगतार सिंह तारा को अंतिम सुनवाई के बाद ताउम्र कैद की सजा सुनाई गई. इस सुनवाई के लिए बुड़ैल जेल में विशेष अदालत बनाई गई थी. इससे पहले कोर्ट ने 9 मार्च को सुनवाई के दौरान जगतार सिंह को बेअंत सिंह की हत्या का दोषी करार दिया था.

अब जगतार सिंह पूरी उम्र जेल में ही रहेगा अब जगतार सिंह पूरी उम्र जेल में ही रहेगा
परवेज़ सागर/सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़,
  • 17 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 9:53 PM IST

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए दोषी करार दिए गए जगतार सिंह तारा को अंतिम सुनवाई के बाद ताउम्र कैद की सजा सुनाई गई. इस सुनवाई के लिए बुड़ैल जेल में विशेष अदालत बनाई गई थी. इससे पहले कोर्ट ने 9 मार्च को सुनवाई के दौरान जगतार सिंह को बेअंत सिंह की हत्या का दोषी करार दिया था.

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बेअंत सिंह हत्याकांड के सिलसिले में शनिवार को बुड़ैल जेल के अंदर स्पेशल कोर्ट ने जगतार सिंह तारा को उम्रकैद की सजा सुनाई दी. अब वह मृत्यु होने तक जेल में ही रहेगा. साथ ही उस पर 35000 रुपये का जुर्माना भी किया गया है.

जस्टिस जे.एस. सिद्धू ने जगतार सिंह तारा द्वारा तीन बार अपना जुर्म स्वीकार करने के बाद ये सजा सुनाई है. हालांकि सुनवाई शुक्रवार को ही पूरी हो गई थी. लेकिन जज ने फैसला सुनाने के लिए शनिवार का समय तय किया था. जगतार सिंह तारा अपना जुर्म मान चुका है. उसने ये भी कहा कि उसे अपने इस गुनाह के लिए कोई दुख या मलाल नहीं है.

गौरतलब है कि साल 1995 में चंडीगढ़ सचिवालय के बाहर कार ब्लास्ट कर पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर दी गई थी. जिसके तीन आरोपी जगतार सिंह हवारा, परमजीत सिंह भ्योरा और जगतार सिंह तारा गिरफ्तार कर लिए गए थे. लेकिन वर्ष 2004 में बुड़ैल जेल में 110 फीट लंबी सुरंग बनाकर ये तीनों फरार हो गए थे.

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इसके बाद हवारा और भ्योरा तो पकड़ लिए गए थे. लेकिन जगतार सिंह तारा को 2015 में थाईलैंड से गिरफ्तार कर भारत लाया गया था. जगतार सिंह ने लिखित रुप से अपना गुनाह कबूल किया है.

गरमपंथी संगठन शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान ने बुड़ैल जेल के बाहर जगतार सिंह तारा को लेकर जज द्वारा फैसला सुनाने के बाद खुलकर कहा कि हमें भारतीय संविधान पर विश्वास नहीं है और जगतार सिंह तारा को लेकर जो फैसला आया है. उसे लेकर सजा की माफी या कम करने के लिए आगे कोई अपील नहीं की जाएगी.

जगतार सिंह तारा के वकील सिमरनजीत सिंह ने बताया कि इस पूरे केस के दौरान उन्होंने केस की पैरवी या रहम की अपील नहीं की. जगतार सिंह तारा का बयान है कि पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने जनरल डायर की तरह कई निर्दोष सिखों को मरवाया था. जिसके कारण उसका अंत किया गया. उसने कहा कि वो इस सजा के खिलाफ किसी भी कोर्ट में अपील नहीं करूंगा.

जगतार सिंह की बहन ने कहा कि जगतार सिंह तारा ने पूरा फैसला आराम से सुना और उसे स्वीकार किया. इस मौके पर जगतार सिंह तारा के समर्थकों ने खालिस्तानी समर्थन वाले बैनर पकड़े हुए थे. उन लोगों ने खालिस्तान और जगतार सिंह तारा के पक्ष में जेल के बाहर नारेबाजी भी की.

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