
कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सोमवार को ईडी ने नेशनल हेराल्ड केस में करीब साढ़े आठ घंटे तक पूछताछ की. जानकारी के मुताबिक पूछताछ के दौरान ईडी के कई सवालों के जवाब राहुल नहीं दे पाए. इसके अलावा कई सवालों के जवाब देने के बाद उसमें बदलाव भी किए.
राहुल गांधी को मंगलवार को सुबह 11 बजे फिर से ईडी के सामने पेश होना है. बताया जा रहा है कि यह अहम पूछताछ होगी क्योंकि राहुल के सामने नए सबूत और दस्तावेज रखे जाएंगे, जिस पर उनसे जवाब मांगा जाएगा. राहुल गांधी का बयान PMLA एक्ट के सेक्शन 50 के तहत रिकॉर्ड किए जा रहे हैं. पूछताछ में ईडी के 3 अफसर शामिल हुए. राहुल से जवाब देने से पहले शपथ ली गई है कि वे सभी सवालों का सच सच जवाब देंगे.
'हेराल्ड जिन्न' फिर निकला! गांधी परिवार के खिलाफ कौन-कौन से केस दर्ज हैं?
कांग्रेस ने इसलिए भी किया प्रदर्शन
ईडी के सामने राहुल गांधी के पेशी के विरोध में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई और चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया. इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया.
ऐसा नहीं है कि कांग्रेस के किसी नेता से नेशनल हेराल्ड मामले में पहली बार पूछताछ की गई है लेकिन उनके लिए कभी ऐसा विरोध नहीं किया गया. दरअसल कांग्रेस इस विरोध के जरिए यह बताना चाहती है कि वह कांग्रेस के साथ-साथ विपक्ष के भी सबसे बड़े नेता हैं. वह यह संदेश देना चाहती है कि राहुल के साथ कांग्रेस के सभी नेता हैं.
National herald case: ED के सवालों का कैसे दें जवाब? रॉबर्ट वाड्रा ने राहुल गांधी को दिए थे टिप्स
राहुल से ईडी ने ये किए सवाल
राहुल गांधी से ईडी ने कई सवाल कई बार पूछे. पहले राउंड की पूछताछ के दौरान दस्तावेजों के आधार पर कांग्रेस नेता के सामने सवालों की बौछार की गई. कुछ ट्रांसेक्शन दिखाए गए और पूछा गया क्या वह इसके बारे में कुछ जानते हैं.
दूसरे राउंड की पूछताछ में सबसे पहले राहुल से कोलकाता की उस कंपनी को लेकर सवाल पूछा गया जिसे फर्जी बताया गया. ईडी ने दावा किया कि इसी फर्जी कंपनी के जरिए उस कंपनी को 50 लाख रुपये दिए गए जिसमें राहुल और सोनिया दोनों के 38 फीसदी शेयर रहे. कुछ दूसरी कंपनियों और लेनदेन को लेकर भी सवाल दागे गए. लेकिन बताया जा रहा है कि ईडी राहुल गांधी के जवाबों से संतुष्ट नहीं है. इसी वजह से उन्हें कल फिर पूछताछ के लिए समन दे दिया गया है.
क्या है नेशनल हेराल्ड केस?
साल 2012 में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दाखिल कर आरोप लगाया कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. स्वामी के मुताबिक यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया. साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है.