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पहलू खान मॉब लिंचिंगः प्रियंका गांधी के खिलाफ याचिका पर 27 अगस्त को होगी सुनवाई

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ट्वीट और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर अलवर के वकील जितेंद्र शर्मा ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में न्यायपालिका के अपमान का परिवाद पेश किया था. प्रियंका गांधी के खिलाफ वकील के परिवाद पर सुनवाई अब अगले हफ्ते होगी.

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (फाइल  फोटोः इंडिया टुडे) कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (फाइल फोटोः इंडिया टुडे)
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 22 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 3:49 PM IST

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में कोर्ट के फैसले को लेकर ट्वीट कर घिरती नजर आ रही हैं. प्रियंका के ट्वीट और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर अलवर के वकील जितेंद्र शर्मा ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में न्यायपालिका के अपमान का परिवाद पेश किया था. प्रियंका के खिलाफ जितेंद्र शर्मा के परिवाद पर अब सुनवाई अगले हफ्ते 27 अगस्त (मंगलवार) को होगी.

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पहले इस मामले में सुनवाई आज गुरुवार को होनी थी, लेकिन न्यायाधीश के अवकाश पर होने के कारण यह सुनवाई नहीं हो सकी और अब इसकी सुनवाई मंगलवार को होगी. कोर्ट में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पहलू खान केस में प्रियंका गांधी के ट्वीट के खिलाफ 20 अगस्त को परिवाद पेश किया था.

14 अगस्त को आया था फैसला

याचिकाकर्ता जितेंद्र शर्मा ने कहा कि अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या एक के माननीय न्यायालय ने 14 अगस्त 2019 को पहलू खान के मामले में फैसला सुनाया था. न्यायालय ने इस मामले में आरोपियों को बरी कर दिया था. उक्त प्रकरण मॉब लिंचिंग से संबंधित था, इसलिए इस प्रकरण से हिंदू और मुस्लिमों की भावनाएं जुड़ी हुई थीं. उन्होंने कहा कि न्यायालय ने निर्णय पारित कर दिया था, ऐसी स्थिति में न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया जाना चाहिए था.

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जितेंद्र शर्मा ने कहा कि कोई पक्ष न्यायालय के निर्णय से असंतुष्ट था, तो उसके पास कानून सम्मत अपील का अधिकार मौजूद है, लेकिन प्रियंका गांधी ने जो टिप्पणी की वह अमर्यादित थी. उन्होंने कहा कि प्रियंका कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव हैं, ऐसे में उनके किसी भी बयान से जनभावनाएं आंदोलित हो सकती हैं.

'राजनीति चमकाने की कोशिश'

वकील ने कहा कि प्रियंका ने न्यायालय के फैसले को अनुचित ठहराते हुए न्यायालय की गरिमा का सम्मान नहीं किया और जन भावनाएं उद्धृत करते हुए देश को धर्म युद्ध एवं जातिवाद की ओर धकेलने का प्रयास कर अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास किया. समाचार पत्रों में बयान देकर, ट्विटर पर भी ट्वीट कर, विभिन्न न्यूज़ चैनलों पर बयान देकर प्रियंका ने कोर्ट की अवमानना की है और भारतीय न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंचाई है.

उन्होंने कहा कि यह भारतीय दंड संहिता की धारा 153 और 504 के तहत दंडनीय अपराध है. वकील शर्मा ने न्याय की उम्मीद जताते हुए कहा कि प्रियंका गांधी सजा की हकदार हैं. बता दें कि आरोपियों के बरी होने के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया था कि पहलू खान मामले में लोअर कोर्ट का फैसला चौंका देने वाला है. हमारे देश में अमानवीयता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है.

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