
राजस्थान के राजसमंद जिले में हुए लाइव मर्डर के बाद उदयपुर शहर में धारा 144 के दौरान हुए हुडदंग को लेकर शनिवार को विश्व हिन्दु परिषद् और बजरंग दल की ओर से मौन जुलूस निकाला गया और गिरफ्तार किए गए करीब 200 कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की.
शहर के सुभाषनगर स्थित कार्यालय से जिला कलेक्ट्रेट तक निकले जुलूस के दौरान पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही भारी जब्ता मौजूद रहा. कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान करीब दो घंटे तक कलेक्टर का घेराव किया और गिरफ्तार किए सभी हिन्दू कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग पर अड़ गए.
करीब दो घंटे तक चली वार्ता के बाद प्रशासन ने 132 लोगों को जमानत पर रिहा करने और अन्य 75 युवाओं को कोर्ट में पेश करने की सहमति दी. वहीं इस दौरान कलेक्ट्रेट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा. इस मामले में पुलिस ने 153 लोगों को एडीएम सिटी के समक्ष जमानत के लिए पेश किया गया. जिसमें सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया है. इस मामले में बचे हुए अन्य 53 लोगों को शनिवार को पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किया जाएगा.
48 घंटे के लिए बढ़ाई गई धारा 144
पुलिस ने उदयपुर और राजसमंद जिले में धारा 144 अगले 48 घंटे के लिए और बढ़ा दी है. साथ ही अगले 48 घंटे तक इन दोनों जिलों में इंटरनेट पर भी पाबंदी रहेगी.
गौरतलब है कि राजसमंद में लव जिहाद के नाम पर एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या करने वाले शंभूलाल रैगर के समर्थन में उदयपुर का माहौल बिगड़ने लगा था. शंभुलाल के समर्थन में गुरुवार को बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए रैली निकालने की कोशिश की, जिसे रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. 200 के करीब उपद्रवी गिरफ्तार किए गए थे, जबकि 30 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
माहौल नहीं बिगड़े इसलिए करीब 1500 पुलिसकर्मियों को शहर में तैनात किया गया है. उपद्रवियों से झड़प के दौरान एडिशनल एसपी सहित 31 जवान घायल हुए हैं, जबकि 4 सिपाहियों को गंभीर चोटें आई हैं.