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यूपी: CM आवास पर आत्मदाह का प्रयास, खुद को बताया रेप विक्टिम

यूपी के बाराबंकी रहने वाली एक महिला ने लखनऊ में सीएम आवास के पास आत्मदाह की कोशिश किया है. महिला का आरोप है कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है, लेकिन पुलिस केस दर्ज करके उसे न्याय नहीं दिला पा रही है. महिला करीब 30 फीसदी जल चुकी है.

सीएम आवास के पास आत्मदाह की कोशिश सीएम आवास के पास आत्मदाह की कोशिश
मुकेश कुमार/कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 03 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 8:17 AM IST

यूपी के बाराबंकी रहने वाली एक महिला ने लखनऊ में सीएम आवास के पास आत्मदाह की कोशिश किया है. महिला का आरोप है कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है, लेकिन पुलिस केस दर्ज करके उसे न्याय नहीं दिला पा रही है. महिला करीब 30 फीसदी जल चुकी है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने अस्पताल पहुंच कर उसका बयान दर्ज किया है.

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जानकारी के मुताबिक, बाराबंकी के एक गांव की महिला का आरोप है कि करीब 2 साल पहले उसके साथ कुछ लोगों ने गैंगरेप किया था. उसने थाने जाकर तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने छेड़छाड़ का केस दर्ज किया. बलात्कार से संबंधित धाराएं नहीं लगाई गईं. वह पुलिस से न्याय की गुहार लगाती रही, लेकिन उसकी बात को अनसुना कर दिया गया.

सोमवार को महिला चुपचाप लखनऊ स्थित सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास के पास पहुंची. वहां खुद को आग के हवाले कर दिया. आनन-फानन में महिला को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया. महिला करीब 30 फीसदी से ज्यादा जल गई है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि हालात चिंताजनक है, लेकिन खतरे से बाहर है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

बताते चलें कि यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर के बीच इस साल के शुरूआती डेढ महीने में फिरौती, अपहरण, झपटमारी और डकैती के मामलों में कमी आयी है, लेकिन रेप, हत्या, लूट और आगजनी के मामलों में बढोत्तरी हुई है. एक जनवरी 2018 से 15 फरवरी तक की अवधि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हत्या के 446, लूट के 447, आगजनी के 11, फिरौती के लिए अपहरण के चार, छीना झपटी के 14, डकैती के 22 और रेप के 397 मामले दर्ज हुए हैं.

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यूपी विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पिछले साल एक जनवरी से 15 फरवरी 2017 के सापेक्ष एक जनवरी से 15 फरवरी 2018 तक की अवधि में फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 20 प्रतिशत, छीना झपटी के मामलों में 48 प्रतिशत से अधिक, डकैती के मामलों में 8.33 प्रतिशत तक की कमी आयी है. जबकि पिछले एक साल में 3000 बदमाश गिरफ्तार हुए हैं.

वहीं, हत्या के मामलों में 2.53 प्रतिशत, लूट के मामलों में 20.49 प्रतिशत, आगजनी के मामलों में 120 प्रतिशत और रेप के मामलों में 11.20 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुदृढ है. प्रभावी कार्ययोजना के कारण ही प्रदेश में आपराधिक घटनाओं डकैती, हत्या और फिरौती के लिए अपहरण आदि में कमी आयी है. उनका कहना था कि डकैती और हत्या के मामलों में कमी आई है.

उनके मुताबिक, सूबे में पिछले साल की तुलना में डकैती में 5.70 प्रतिशत, हत्या के मामलों में 7.5 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 13.21 प्रतिशत की कमी आई है. लूट, डकैती एवं अपहरण के अपराधों में विगत 10 वर्षो में प्रकाश में आये अभियुक्तों की वर्तमान गतिविधियों की गहनता से जानकारी कर सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे, गश्त, चेकिंग और पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है.

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