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दिल्ली: कर्नल के घर में चोरी की गुत्थी सुलझी, शराब के लिए 3 बदमाशों ने गहने चुराए

पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि सोनू, तरुण और सीसीएल शराब के आदी हैं और उसी को पूरा करने के लिए चोरी को अंजाम देते हैं. लंबे समय से घर को खाली देखकर उन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया और भारी मात्रा में गहने चुरा ले गए. लेकिन लॉकडाउन के कारण वे गहनों को बेच नहीं सके क्योंकि दुकानें बंद थीं.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2020,
  • अपडेटेड 3:28 PM IST

  • लॉकडाउन में घर था खाली, चुरा ले गए गहने
  • चोरी के गहने बेच न सके क्योंकि दुकानें बंद थीं

दिल्ली में बीते 1 जून को एक महिला ने पुलिस थाना बिंदापुर में सेवक पार्क स्थित अपने फ्लैट से गहने चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता महिला सरकारी टीचर हैं और उनके पति सेना में कर्नल हैं जो अमृतसर में तैनात हैं. शिकायत में महिला ने कहा था कि वे अपने परिवार के साथ फरवरी, 2020 में अपने रिश्तेदार से मिलने हैदराबाद गई थीं.

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वहां जाने के बाद लॉकडाउन के कारण वे फंस गईं. 1 जून को जब वे दिल्ली आईं तो उन्हें घर में चोरी के बारे में पता चला. महिला के बयान पर मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने अब इस मामले को सुलझा लिया है. घटना में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. तीनों ने पूछताछ में बताया कि जरूरतें पूरी करने के लिए उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम दिया.

जांच में पता चला कि यह चोरी का मामला था क्योंकि टीम को आसपास के क्षेत्र में कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिला जिससे जांच में मदद मिल सके. न ही चोरों ने कोई मोबाइल फोन चोरी किया था ताकि कुछ तकनीकी मदद का इस्तेमाल किया जा सके.

चोरी की इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाई गई जिसकी अगुआई बिंदापुर के एसएचओ सतीश कुमार ने की. टीम के सदस्यों ने किसी भी सुराग को पाने के लिए स्थानीय संसाधनों का भरपूर इस्तेमाल किया. इनकी मेहनत रंग लाई और 22 जून को एक सीसीएल को पकड़ा गया. पूछताछ के दौरान उसके खुलासे के आधार पर, उसके साथियों सोनू (19 वर्ष), तरुण (19 वर्ष) और सनी (34 वर्ष) को उनके घर पर छापेमारी करके गिरफ्तार किया गया. उनके कब्जे से चोरी के आभूषण भी बरामद किए गए.

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पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि सोनू, तरुण और सीसीएल शराब के आदी हैं और उसी को पूरा करने के लिए चोरी को अंजाम देते हैं. लंबे समय से घर को खाली देखकर उन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया और भारी मात्रा में गहने चुरा ले गए. लेकिन लॉकडाउन के कारण वे गहनों को बेच नहीं सके क्योंकि दुकानें बंद थीं. इन्हें गहनों के बदले कोई पैसा भी नहीं दे रहा था, इसलिए उन्होंने 34 साल के एक शख्स सनी से संपर्क किया.

सनी ने बैंक से ज्वैलरी के नाम पर लोन लेने का विचार दिया, लेकिन तीनों के पास कोई बैंक खाता नहीं है. इसमें सनी कमीशन के आधार पर आगे आया और ज्वैलरी को गिरवी रखकर एक बैंक से लोन लिया. लोन में मिले पैसे को तीनों ने आपस में बांट लिया और अपनी जरूरतें पूरी करने लगे. पुलिस ने गिरफ्तारी के वक्त इनके पास से कुछ नकदी भी बरामद किए हैं.

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