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समस्तीपुर: ताजपुर थाना में हिंसक झड़प, जांच में पुलिस दोषी

समस्तीपुर के एक थाना के सामने हिंसक झड़प हुई, जिसमें एक व्यक्त‍ि की गोली लगने से मौत हो गई. जांच होने के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पढ़ें पूरी खबर...

बिहार पुलिस बिहार पुलिस
सुजीत झा
  • समस्तीपुर ,
  • 31 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 12:23 PM IST

समस्तीपुर के ताजपुर में हाल ही में हुई हिंसक झड़प के बाद हुई जांच में पुलिस की लापरवाही सामने आई है.

जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस निरीक्षक स्तर के तीन पदाधिकारियों के ख‍िलाफ अनुशासनिक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. इन पदाध‍िकारियों में ताजपुर थानाध्यक्ष और उपस्थ‍ित जिला पुलिस के जवान शामिल हैं.  

बता दें कि 20 अक्टूबर 2017 को समस्तीपुर जिला के तहत आने वाले ताजपुर थाना परिसर में जन प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक घटनाक्रम में जीतेन्द्र कुमार मालाकार की गोली लगने से मौत हो गई थी.  

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सरकार ने इस पूरी घटना की जांच के आदेश दिए और कहा कि इसमें कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए.

इस घटना की जांच दरभंगा प्रमण्डल आयुक्त एचआर श्रीनिवास और पुलिस उप महानिरीक्षक बिनोद कुमार को सौंपी गई.

इस घटना की 10 दिनों तक जांच की गई और जांच रिपोर्ट को बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को सौंप दिया गया.

जांच रिपोर्ट देखने के बाद नीतीश कुमार हैरान रह गए और उन्होंने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और प्रधान गृह सचिव आमिर सुबहानी के साथ पूरी जांच रिपोर्ट की समीक्षा की.

दरअसल, जांच में यह बात सामने आई है कि जीतेन्द्र कुमार मालाकार की मृत्यु भीड़ में मौजूद किसी व्यक्त‍ि द्वारा गोली चलाने की वजह से नहीं, बल्क‍ि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली से हुई है.

20 अक्टूबर को ताजपुर थाना पर हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने वाहनों में आगजनी की. उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं, जिसमें एक व्यक्त‍ि की मौत हो गई.

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जांच में कसूरवार पाए गए तीन पदाध‍िकारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई का फैसला लिया गया है.

साथ ही मृतक जीतेन्द्र कुमार मालाकार के आश्रितों को 5 लाख रुपये की राशि सरकार की ओर से दी जाएगी. सरकार ने जिलाधिकारी समस्तीपुर को निर्देश दिया गया है कि मृतक के आश्रित को तत्काल भुगतान सुनिश्चित करें.

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