
भीड़ द्वारा चोटी काटने के संदेह में धमकाए गए विदेशी पर्यटकों के एक समूह को पुलिस ने रविवार को बचा लिया गया. पुलिस ने कहा कि विदेशी पर्यटकों में तीन लोग ऑस्ट्रेलिया से हैं और बाकी के लोग ब्रिटेन, आयरलैंड और दक्षिण कोरिया से हैं. इनमें 4 पुरुष और 2 महिलाएं हैं. इन्हें कुछ युवकों ने रैनावाड़ी शहर में पकड़ लिया था.
दरअसल 7-8 अक्टूबर की रात 2 बजे के करीब रैनावाड़ी के एसएचओ इंस्पेक्टर जीपी सिंह को पीसीआर कश्मीर से सूचना मिली कि कुछ लोगों ने 6 विदेशी पर्यटकों को पकड़ लिया है. यह इलाका डल झील के पास का है. सूचना मिलने के बाद जीपी सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम मौके के लिए रवाना हुई और टूरिस्टों को छुड़ा लिया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "पर्यटकों का समूह लद्दाख क्षेत्र से वापस लौट रहा था, जब इन्हें कुछ युवकों ने चोटी काटने वाला समझकर रैनावाड़ी क्षेत्र में पकड़ लिया. हालांकि, कुछ लोगों ने पर्यटकों को बचाना चाहा और पुलिस को फोन किया."
सभी पर्यटक डोडा के रहने वाले आबिद हुसैन की गाड़ी में लेह से कश्मीर पहुंचे थे. हालांकि पर्यटकों का यह समूह अपना रास्ता भूल गया था और गूगल मैप के जरिए ट्रैवेल कर रहा था. ये लोग लिंक रोड के जरिए लाल चौक जाने की कोशिश में थे.
रैनावड़ी में लाटी मोहल्ला के कनीकाची पहुंचने पर पर्यटकों के इस समूह को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया. विदेशी पर्यटकों को देखकर कुछ लोग हल्ला मचाने लगे और रोने बिलखने लगे. देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए जो हिंसक भीड़ की तरह व्यवहार करने लगे.
इस बीच कुछ स्थानीय लोगों ने पर्यटकों के समूह को अपने कब्जे में ले लिया और पुलिस को बुलाया. पुलिस और स्थानीय लोगों के प्रयास से पर्यटकों को बचा लिया गया. टूरिस्टों को स्थानीय होटल में शिफ्ट किया गया है और पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज की है.
घाटी में पिछले एक महीने के दौरान दो दर्जन से अधिक स्थानों पर चोटी काटने की रहस्यमय घटनाओं से लोग सकते में हैं.
पुलिस अभी तक इस मामले में एक भी आरोपी को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाई है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि मामले की जांच में जनता उनका सहयोग नहीं कर रही है.