
राज्य के सबसे बड़े छात्रवृत्ति घोटाले मामले को लेकर टीसी मंजुनाथ की एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है. घोटाले में दोषी मानते हुए एसआईटी ने हरिद्वार जिले में 7 कालेजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
इनमें से तीन कॉलेज हरिद्वार के हैं और अन्य चार कॉलेज यूपी हरियाणा और राजस्थान के हैं. कुल मिलाकर अब तक 20 कॉलेज जांच के दायरे में आ चुके हैं जबकि अब तक एसआईटी ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है.
क्या है पूरा मामला?
छात्रवृत्ति घोटाले में गठित एसआईटी द्वारा लगातार कार्रवाई जारी है. बताया जा रहा है छात्रवृति घोटाला मामले में अब तक 20 कॉलेजों पर मुकदमा दर्ज हो चुका है, जबकि 15 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. बता दें कि 20 कॉलेजों ने राज्य के छात्रों के नाम की छात्रवृत्ति का चार करोड़ रुपये का गबन किया था, जबकि जांच में पाया गया कि इन कॉलेजों में ये छात्र अध्ययनरत ही नहीं हैं.
छात्रवृत्ति का फर्जीवाड़ा
इस मामले को लेकर एसआईटी ने सभी कॉलेजों पर फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति लेने को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है. बता दें कि समाज कल्याण विभाग की मिली भगत से हुए करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी टीम ने 20 शिक्षण संस्थानों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है.
अभी तक समाज कल्याण विभाग के 3 कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में जानकारी देते हुए अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार का कहना है कि 2 एसआईटी द्वारा छात्रवृत्ति घोटाले के लिए कार्य किया जा रहा है.