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सुनंदा पुष्कर केसः हाई कोर्ट ने लगाई दिल्ली पुलिस को फ़टकार

सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में हाई कोर्ट ने लगाई दिल्ली पुलिस को जमकर फ़टकार लगाई है. कोर्ट ने पुलिस को सख्त लहजे में कहा कि तीन साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आप लोग किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं. कोर्ट ने पूछा कि 2 हफ्ते में बताएं कि केस बंद करना है या चार्जशीट फ़ाइल करनी है.

हाई कोर्ट ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए पुलिस को 2 हफ्ते में जवाब देने के लिए कहा है हाई कोर्ट ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए पुलिस को 2 हफ्ते में जवाब देने के लिए कहा है
परवेज़ सागर/पूनम शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 30 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 3:21 PM IST

सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में हाई कोर्ट ने लगाई दिल्ली पुलिस को जमकर फ़टकार लगाई है. कोर्ट ने पुलिस को सख्त लहजे में कहा कि तीन साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आप लोग किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं. कोर्ट ने पूछा कि 2 हफ्ते में बताएं कि केस बंद करना है या चार्जशीट फ़ाइल करनी है.

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हाई कोर्ट ने सुनंदा पुष्कार की मौत के मामले की जांच पर नाराजगी जताते हुए कहा कि 2014 के मामले मे अब तक न आपके पास कोई स्टेटस रिपोर्ट है और न ही आप चार्जशीट फ़ाइल कर पाए हैं. न ही आप क्लोज़र रिपोर्ट लगा पाए हैं, ये क्या है, क्यों 3 साल से ऊपर का वक़्त बीत जाने के बाद भी आप किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे.

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ये केस मर्डर के अलावा मनी लांड्रिंग से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच होना बहुत जरूरी है. आशंका है कि सुनंदा का मर्डर इसी लिए किया गया हो. पुलिस इस बात पर अपना समय क्यों बर्बाद कर रही है कि ज़हर कौन सा दिया गया. जांच इस बात की होनी चाहिए कि जहर क्यों और किसने दिया. इसलिए कोर्ट इस जांच की निगरानी करें.

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हाई कोर्ट ने कहा ये कोई अच्छी परंपरा नहीं है कि कोर्ट मामलों की निगरानी करें, लेकिन हम ये जरूर जानना चाहते हैं कि जांच अभी किस स्टेज पर है, मामले में हो क्या रहा है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि जांच बेहद साइंटिफिक तरीक़े से की जा रही है. हम केस मे निष्कर्ष के बहुत नज़दीक है. हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को 2 हफ़्ते का वक़्त दिया कि वो बताएं कि वे इस केस मे आख़िरी तौर पर करना क्या चाहते हैं.

कोर्ट ने कहा कि पुलिस इस मामले में अब तक चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल नहीं कर पाई है. लिहाजा इस मामले को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया जाए. कोर्ट इस मामले में दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार को भी नोटिस भेज चुकी है.

दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह इस मामले में अपनी जांच लगभग पूरा करने को है. हालांकि पुलिस ने कोर्ट को दिए जवाब मे ये भी कहा है कि अगर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाती है, तो उन्हें कोई एतराज नहीं है.

 

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