
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक शादीशुदा महिला की घर के अंदर संदिग्ध हालात में मौत हो गई. आरोप है कि ससुरालवालों ने पुलिस और उसके परिजनों को बिना बताए उसका अंतिम संस्कार कर दिया. महिला की लाश घर में पंखे से लटकी हुई मिली थी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद के विवेकानंद नगर में शैली नामक महिला अपने पति के साथ रहती थी. घर में पति के दो भाई और उनकी दोनों पत्नियां भी रह रही हैं. बताया जा रहा है कि घर में महिला की लाश पंखे से लटकी हुई मिली. इसके बाद उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया, लेकिन पुलिस को जानकारी नहीं दी गई.
बताया जा रहा है कि शैली जब नाबालिग थी, तभी उसकी शादी कर दी गई थी. गाजियाबाद के एसपी सिटी आकाश तोमर का कहना है कि तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है. फिलहाल महिला का पति कुछ भी नहीं कह रहा है. महिला का पति पहले बिजनेस करता था. महिला की उम्र 27 साल बताई जा रही है.
बताते चलें कि यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर के बीच इस साल के शुरूआती डेढ महीने में फिरौती, अपहरण, झपटमारी और डकैती के मामलों में कमी आयी है, लेकिन रेप, हत्या, लूट और आगजनी के मामलों में बढोत्तरी हुई है. एक जनवरी 2018 से 15 फरवरी तक की अवधि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हत्या के 446, लूट के 447, आगजनी के 11, फिरौती के लिए अपहरण के चार, छीना झपटी के 14, डकैती के 22 और रेप के 397 मामले दर्ज हुए हैं.
यूपी विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पिछले साल एक जनवरी से 15 फरवरी 2017 के सापेक्ष एक जनवरी से 15 फरवरी 2018 तक की अवधि में फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 20 प्रतिशत, छीना झपटी के मामलों में 48 प्रतिशत से अधिक, डकैती के मामलों में 8.33 प्रतिशत तक की कमी आयी है. जबकि पिछले एक साल में 3000 बदमाश गिरफ्तार हुए हैं.
वहीं, हत्या के मामलों में 2.53 प्रतिशत, लूट के मामलों में 20.49 प्रतिशत, आगजनी के मामलों में 120 प्रतिशत और रेप के मामलों में 11.20 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुदृढ है. प्रभावी कार्ययोजना के कारण ही प्रदेश में आपराधिक घटनाओं डकैती, हत्या और फिरौती के लिए अपहरण आदि में कमी आयी है. उनका कहना था कि डकैती और हत्या के मामलों में कमी आई है.