
स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर बेंगलुरु के बीटीएम लेआउट में स्थित एक होटल में छिपे हुए थे. शुक्रवार को NIA ने इस मामले में UAPA की धारा-16, 17, 18 के तहत मुकदमा दर्ज किया था. इस मुकदमे में NIA ने स्वप्ना सुरेश, सरिथ, फाजिल फरीद और संदीप नायर को मुख्य अभियुक्त बताया था.
24 घंटे के अंदर NIA ने दबोचे आरोपी
बता दें कि केरल गोल्ड स्मगलिंग केस को हाथ में लेने के 24 घंटों के भीतर ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आरोपी स्वप्ना सुरेश और उसके साथी का पता लगा लिया. रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया था, जिसके चलते टीम ने बेंगलुरु में घेराबंदी की, जहां दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया और बाद में पूछताछ की गई.
बता दें कि सोने की हाई प्रोफाइल इस तस्करी का खुलासा 5 जुलाई को हुआ था. जब 30 किलो 24 कैरेट सोना को कस्टम अधिकारियों ने तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर जब्त किया था. इस सोने की कीमत 14.82 करोड़ रुपये थी.
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UAE कॉन्सुलेट का दर्ज था पता
UAE से आए सोने के इस पैकेट पर तिरुवनंतपुरम स्थित UAE कॉन्सुलेट का पता दर्ज था. जब एयरपोर्ट पर इस मामले का खुलासा हुआ तो 'राजनयिक सामान' की आड़ में भेजे गए इस पैकेट को UAE कॉन्सुलेट ने अपना मानने से इनकार कर दिया.
UAE कॉन्सुलेट की पूर्व अधिकारी है स्वप्ना सुरेश
केरल पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो इसमें UAE कॉन्सुलेट की एक पूर्व अधिकारी स्वप्ना सुरेश का नाम सामने आया. स्वप्ना का नाम उन लोगों की सूची में है, जो पूर्व में UAE से आए ऐसे बैग पर दावा कर चुकी हैं.
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स्वप्ना पहले UAE कॉन्सुलेट की अधिकारी थीं, फिलहाल वह केरल राज्य सूचना प्रौद्योगिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रही थी. लेकिन इस मामले में स्वप्ना का नाम आने पर राज्य सरकार ने उसका कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया है.