
तमिलनाडु के करूर जिले में मॉब लिंचिंग की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां मोबाइल चोरी के शक में एक 15 वर्षीय लड़के की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. कुछ लोगों को शक था कि उस लड़के ने शनिवार को किसी का मोबाइल फोन चुरा लिया था.
पुलिस ने नाबालिग लड़के पर हमला करने के आरोप में मुनीप्पन, मुनींदी, सेल्वाकुमार, पलानिसमी और मनीवेल को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 15 वर्षीय पी. बालसुब्रमण्य करूर जिले के अलालिगौंडानूर गांव में अपनी विधवा मां के साथ रहता था.
पुलिस के मुताबिक एक वर्ष पहले उसके पिता की मृत्यु हो गई थी. उसी के बाद से वह शराब की लत का शिकार हो गया था. पुलिस को जांच से पता चला कि बालासुब्रमण्य ने शनिवार को दो ग्रामीणों के 3000 रुपये नकद और एक मोबाइल फोन चुरा लिया था.
इसके बाद जब गांव वालों ने उसे फोन इस्तेमाल करते देखा तो वे उस पर टूट पड़े. गांववालों की भीड़ ने जमकर उसकी पिटाई कर डाली. वे उसे तब तक पीटते रहे, जब तक वह बेहोश नहीं हो गया. इसके बाद बालासुब्रमण्य ने दम तोड़ दिया.
इससे पहले ही लड़के की मां अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गई थी, जब गुस्से में भीड़ उसके बेटे की तलाश करने उसके घर आई थी. इसके बाद महिला ने रविवार को अपने बेटे को मृत अवस्था में पाया. बाद में मामला पुलिस तक पहुंचा. तब पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की.
उधर, विपक्षी नेता एमके स्टालिन ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए मॉब लिंचिंग की कड़ी निंदा की. एक बयान में स्टालिन ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपराधियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करें. उन्होंने कहा "हम उन युवाओं के अमानवीय कृत्य को स्वीकार नहीं कर सकते, जिन्होंने युवा लड़के को मारा है."
स्टालिन ने कहा "कानून केवल बाल सुधार गृहों के माध्यम से बच्चों को सुधार की इजाजत तो देता है, लेकिन कोई भी कानून इस तरह के भयानक हिंसक हमलों की अनुमति नहीं देता."