
महंत पर रेप का आरोप
अमृतसर पुलिस के अधिकारियों ने इंडिया टुडे को बताया कि मुख्य आरोपी की पहचान महंत गिरधारी नाथ के रूप में की गई है, जो अमृतसर के लोपोके पुलिस स्टेशन के अंतर्गत स्थित गुरु ज्ञान नाथ आश्रम वाल्मीकि तीर्थ में मुख्य पुजारी के रूप में काम कर रहा था. दूसरे शख्स का नाम वरिंदर नाथ है. ये शख्स महंत गिरधारी नाथ का सहयोगी है.
पीड़ित ने अनुसूचित जाति आयोग से की थी गुहार
पीड़ित महिलाओं ने पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य तरसेम सिंह को एक पत्र में सूचित किया था कि उन्हें अवैध रूप से आश्राम में रखा गया है और महंत के द्वारा बार-बार बलात्कार किया जा रहा है.
पुलिस ने आश्रम में छापा मारा
इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए लोपोके पुलिस ने सोमवार को आश्रम परिसर में छापा मारा और पीड़ित महिलाओं को आश्रम से आजाद कराया. पुलिस ने महंत गिरधारी नाथ और उसके साथी वरिंदर नाथ को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया. जबकि नछत्र सिंह और सूरज नाथ नाम के दो शख्स आश्रम से भाग निकले, पुलिस अब इनकी गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है.
अटारी के डीएसपी गुरु प्रताप सिंह ने कहा, "हमने तरसेम सिंह सयालका द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर परिसर में छापा मारा और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जो लोग भाग रहे हैं उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा, पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर छापा मार रही है."
पुलिस फिलहाल महंत गिरधारी नाथ और वरिंदर नाथ से पूछताछ कर रही है. पुलिस अब ये पता कर रही है कि आखिर इस आश्रम में क्या होता था. पुलिस आश्रम के दस्तावेज और आने-जाने वाले लोगों के रिकॉर्ड खंगाल रही है.