
'टूलकिट' मामले में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान जारी है. इस बीच यूथ कांग्रेस (Youth Congress) ने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ दिल्ली के संसद मार्ग थाने में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है. कांग्रेस का आरोप है कि संबित पात्रा कोरोना महामारी में केंद्र सरकार के कुप्रबंधन से ध्यान हटाने के लिए और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए एक जाली और मनगढ़ंत "कांग्रेस टूलकिट" प्रसारित कर रहे हैं.
आपको बता दें कि बीजेपी नेता संबित पात्रा के खिलाफ ये शिकायत यूथ कांग्रेस (IYC) की राष्ट्रीय सचिव शिवी चौहान ने दर्ज कराई. इसमें आरोप लगाया गया है कि पात्रा कोरोना के बीच सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए एक फर्जी "कांग्रेस टूलकिट" सर्कुलेट कर रहे हैं. इसका मकसद कोरोना महामारी में केंद्र सरकार के कुप्रबंधन से ध्यान हटाना है.
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी नेताओं पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगाते हुए ट्विटर का रुख किया है. कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं के ट्विटर हैंडल को सस्पेंड करने की मांग की. कांग्रेस ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, संबित पात्रा और बीएल संतोष के ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने की मांग की.
वहीं 20 मई को कोटा शहर के जिला अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने नयापुरा थाने में भाजपा के राष्ट्रीय जेपी नड्डा , केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी , राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा राष्ट्रीय महा सचिव बीएल संतोष के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है. इन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि सभी बीजेपी नेता ने आपस मे षडयंत्र रचते हुये कांग्रेस पार्टी के रिसर्च विभाग के नाम से टूलकिट का कूटरचित दस्तावेज बना अपने ट्वीटर एकाउंट से ट्वीट किए. इन नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है.
गौरतलब है कि बीते दिन ही ‘टूलकिट’ मामले में बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. ये एफआईआर रायपुर के सिविल लाइन थाने में छत्तीसगढ़ NSUI प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कराई.
मालूम हो कि बीजेपी की ओर से प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस की एक ‘टूलकिट’ के जरिए इस संकट के वक्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने की साजिश चल रही है. हालांकि, कांग्रेस ने इस आरोप को झूठा करार दिया है.