
त्रिपुरा सरकार ने स्थानीय टीवी पत्रकार शांतनु भौमिक की नृशंस हत्या की जांच के लिए मंगलवार को एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की अगुवाई में एसआईटी गठित करने और शोक संतप्त परिवार को 10 लाख रुपये देने का फैसला किया. भारतीय प्रेस परिषद पहले ही बीते हफ्ते हुई हत्या की पड़ताल के लिए एक टीम त्रिपुरा भेज चुका है.
कैबिनेट की बैठक के बाद सूचना और वित्तमंत्री भानुलाल साहा ने कहा कि एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की अगुवाई में जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का फैसला लिया गया है. इस कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री मणिक सरकार ने की है. माणिक सरकार के पास सूबे का गृह विभाग भी है.
उन्होंने कहा कि पत्रकार की मां एक सरकारी कर्मचारी हैं. उनकी छोटी बहन अभी पढ़ाई कर रही है. लिहाजा सरकार अपनी इच्छा के बावजूद सरकारी नौकरी का प्रस्ताव देने में असमर्थ है. सीबीआई या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने की मांग पर कहा कि एसआईटी जांच का फैसला मामले में जांच की प्रगति की समीक्षा के बाद लिया गया है.
पुलिस उपमहानिरीक्षक अरिंदम नाथ ने कहा कि पत्रकार की हत्या के लिए मुख्य आरोपी सचिन देब बर्मा सहित अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सचिन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा से समर्पण करने वाला एक आतंकवादी रहा है. वर्तमान में एक जनजातीय संगठन इंडीजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) का सदस्य है.