
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने के लिए मोदी सरकार की कोशिशों के नतीजे अब नजर आने लगे हैं. इसी का नतीजा है कि दाऊद अब अपने पुराने धंधे बंद कर नए धंधों में हाथ आजमा रहा है. डॉन के काले कारोबार के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने की जिम्मेदारी एनएसए अजीत डोभाल के कंधों पर हैं.
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर भारत सरकार नकेल कसने की हर कोशिश करती नजर आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक, साल 2015 में एनएसए अजीत डोभाल के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी. इस टीम में रॉ, आईबी, सीबीआई, मुंबई एटीएस और स्पेशल सेल के वह अधिकारी शामिल थे, जो कई सालों से दाऊद से जुड़े मामलों पर काम कर रहे थे.
इन सभी तेज-तर्राक अधिकारियों को न सिर्फ दिल्ली बुलाया गया, बल्कि इनमें से कुछ अधिकारियों को अलग-अलग देशों में भारतीय एंबेसीज़ के साथ मिलकर काम करने का आदेश दिया गया. इन सभी अधिकारियों का मकसद खुफिया तौर पर काम करते हुए उस देश में फैले दाऊद के अवैध काले धंधों के बारे में जानकारी जुटाना था.
इसके बाद एनएसए अजीत डोभाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉन के काले कारोबारों की लिस्ट संबंधित देशों की सरकारों से साझा की. साथ ही भारत सरकार ने डॉन के सभी बिजनेस ट्रांजैक्शन पर रोक लगाने की कवायद शुरू की. दरअसल प्रधानमंत्री मोदी की दुबई और मिडिल ईस्ट के कई देशों की यात्रा के एजेंडे में यह भी एक अहम मुद्दा था.
अचानक शुरू हुई इस मुहिम से सबसे ज्यादा असर डॉन के हवाला कारोबार पर पड़ा. अजीत डोभाल की टीम के अधिकारियों ने वहां की सरकारों को डॉन के बिजनेस ट्रांजैक्शन की जानकारी देना शुरू किया तो सरकार के आदेश पर बैंकों ने डॉन का काफी पैसा सीज कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, डॉन के अब तक 500 करोड़ रूपये अलग-अलग देशों में जब्त किए जा चुके हैं.
हीरे के कारोबार में डाले हाथ
बता दें कि दाऊद ने अब हीरे के अवैध कारोबार में हाथ आजमाना शुरू किया, जिसका एक बड़ा हिस्सा भारत में सूरत के व्यापारियों को भी सप्लाई किया जाता हैं. इसकी भनक लगते ही सरकार ने ट्रेडर्स एसोसिएशन के जरिए साफ संदेश दिया कि ऐसे किसी मामले में हीरा व्यापारियों का नाम सामने पर उन्हें कोई रियायत नहीं दी जाएगी.
कच्चा तेल और हथियारों की तस्करी
वहीं सरकार डॉन के रीयल एस्टेट और फिल्मों में पैसा लगाने के अवैध धंधों पर पहले ही लगाम कस चुकी थी. सूत्रों की माने तो दाऊद ने अब कच्चे तेल और रिफाइनरी के साथ-साथ अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त का नया धंधा शुरू किया है. कच्चे तेल की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए डॉन अब इस धंधे में हाथ आजमा रहा है.
हथियारों का धंधे में डॉन ने तलाशा मुनाफा
डी-कंपनी ने कच्चे तेल के कारोबार से जुड़ी कई नामी कंपनियों में अपना पैसा लगा रखा है. साथ ही डॉन ने तेल के इस खेल में अपनी जड़ें जमाने के लिए अपने खास गुर्गों को वहां बैठा रखा है. वहीं दुनिया भर में गृह-युद्ध के हालातों को देखते हुए अवैध हथियारों का धंधा भी डॉन के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है.
सीरिया और ISIS तक पहुंच गया डॉन
जानकारों की बात पर यकीन करें तो डी-कंपनी ने कई डिफेंस संबंधी डील में न सिर्फ हिस्सा लिया, बल्कि उन्हें हासिल भी किया हैं. वहीं सूत्रों की माने तो दाऊद के गैंग ने हथियारों की सप्लाई के लिए अब सीरिया और आईएसआईएस के आतंकियों तक अपनी पैठ बना ली है.