
उन्नाव गैंगरेप केस में दो पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद अब एक एसपी समेत कई दूसरे लोगों पर भी गाज गिर सकती है. इस मामले में सीबीआई उन्नाव की तत्कालीन एसपी पुष्पांजलि देवी सहित अन्य लोगों की भूमिका की पड़ताल भी करेगी. ऐसे में इन सब लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
इससे एसपी पुष्पांजलि की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. आरोपी सब इंस्पेक्टर अशोक सिंह और कामता प्रसाद को गुरूवार को सीबीआई की विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीता सिंह की कोर्ट में पेश किया गया था. जहां से उन दोनों को तीन दिन की सीबीआई कस्टडी में भेजा गया है.
सीबीआई अब दोनों आरोपियों से 21 मई तक पूछताछ करेगी. सीबीआई मुख्य रूप से यह पता लगाएगी कि तत्कालीन एसओ और अन्य पुलिसकर्मियों ने किसके दबाव में पीडि़ता के पिता के पास से फर्जी तरीके से तमंचे की बरामदगी दिखाते हुए उन्हें जेल भेजा था. इसके काम के लिए उन पर किसने दबाव बनाया या किस किस ने संपर्क किया था.
सीबीआई जानना चाहती है कि पुलिस ने किसी डील के तहत तो ऐसा नहीं किया था. वहीं सीबीआई उन्नाव की तत्कालीन एसपी पुष्पांजलि देवी सहित अन्य पुलिस अफसरों से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही तत्कालीन एसओ सहित अन्य पुलिसकर्मियों के मोबाइल कॉल डिटेल और लोकेशन भी खांगाली जा रही है.
पुलिसकर्मियों से पूछताछ में आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके भाई अतुल सिंह समेत अन्य आरोपितों की भूमिका तय होगी. सीबीआई माखी थाना के तत्कालिन एसओ और दरोगा को लेकर उन्नाव भी जा सकती है. सीबीआई इन दोनों का सामना भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई हत्यारोपी अतुल सिंह से भी करा सकती है.