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सावधान! कहीं आपका ड्राइविंग लाइसेंस नकली तो नहीं, हो रहा था खेल

यूपी के चंदौली में पुलिस ने एक गैंग का पर्दाफाश किया है. इसके सदस्य नकली ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों की आरसी के साथ-साथ इंश्योरेंस, प्रदूषण और फिटनेस तक के नकली कागजात बनाते थे.

गाड़ी का नकली दस्तावेज बनाने वाली गैंग का फर्दाफाश (Photo- Aajtak) गाड़ी का नकली दस्तावेज बनाने वाली गैंग का फर्दाफाश (Photo- Aajtak)
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 26 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 2:17 PM IST

  • नकली दस्तावेज बनाने वाली गैंग का पर्दाफाश
  • 7 सदस्य गिरफ्तार, नकली पेपर भी बरामद

पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो नकली ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों की आरसी के साथ-साथ इंश्योरेंस, प्रदूषण और फिटनेस तक के नकली कागजात बनाता था. कमाल की बात यह है कि यह पूरा खेल चंदौली के एआरटीओ दफ्तर के बाहर स्थित दुकानों में चलाया जा रहा था.

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पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस को कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर सहित परिवहन विभाग की नकली मुहर, बारकोड, नकली रजिस्ट्रेशन पेपर का फार्मेट और अलग-अलग बीमा कंपनियों का ब्लैंक इंश्योरेंस पेपर भी बरामद हुआ है.

पुलिस के अनुसार, नकली कागजात बनाने का खेल पिछले काफी दिनों से चल रहा था लेकिन नया ट्रैफिक नियम लागू होने के बाद इस गोरखधंधे में और तेजी आ गई थी.

दरअसल, चंदौली पुलिस को सूचना मिली थी कि एआरटीओ दफ्तर के पास स्थित फोटो स्टेट की दुकानों में परिवहन विभाग संबंधित नकली दस्तावेज तैयार किए जाते हैं.

इसके बाद चंदौली जिले की क्राइम ब्रांच और अलीनगर थाना की पुलिस ने चंदौली सदर के डिप्टी एसपी त्रिपुरारी पांडेय के नेतृत्व में इन दुकानों पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और इनके पास से नकली कागजात बनाने की सामग्री भी बरामद की.

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आरोपी गिरफ्तार

फिलहाल पुलिस ने इन 7 लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है. पुलिस अब इस बात का भी पता लगा रही है कि क्या नकली कागजात का गोरखधंधा चलाने वालों के तार परिवहन विभाग से भी जुड़े हुए थे.

गौरतलब है कि पिछले 1 सितंबर से देश के कई राज्यों सहित उत्तर प्रदेश में भी संशोधित यातायात नियम लागू कर दिए गए थे, जिसके तहत जुर्माने की राशि को कई गुना बढ़ा दिया था. नया नियम लागू होते ही यातायात नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ जबरदस्त चेकिंग अभियान भी चलाया जाने लगा. इसके साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ी के कागजात बनवाने के लिए एआरटीओ दफ्तर पर लोगों की भीड़ भी जमा होनी शुरू हो गई.

हालात यहां तक आ गए की ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोगों को कई-कई महीने इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसे में नकली कागजात बनाने वालों की भी जबरदस्त चांदी कटने लगी. हालांकि, चंदौली में यह खेल तो पहले से ही चला आ रहा था, लेकिन नए ट्रैफिक नियमों के लागू होने के बाद यह गोरखधंधा और तेजी के साथ शुरू हो गया था.

इस संदर्भ में चंदौली के एडिशनल एसपी प्रेमचंद ने बताया कि पिछले काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी कि एआरटीओ दफ्तर के पास स्थित दुकानों में परिवहन संबंधित नकली कागजात बनाए जा रहे हैं. सूचना के आधार पर टीम गठित की गई और छापेमारी की गई. कार्रवाई में 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके साथ ही नकली कागजात बनाने के ढेर सारे उपकरण और सामग्री भी बरामद हुई हैं. पुलिस ने इन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.

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(इनपुट- उदय गुप्ता)

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