
यूपी के अलीगढ़ के एसपी सिटी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अपराधियों के रुकने और ठहरने को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं. एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने एक पत्र लिखकर बकायदा लूट और हत्या की घटना का विवरण देते हुए कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं.
एसपी सिटी ने लिखा है कि 1 जनवरी को जो 4 अपराधी पकड़े गए हैं, वह सभी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एसएस हॉस्टल के कमरा नंबर 42 और 44 में छुपे थे. इन अपराधियों ने दर्जनभर लूटकांड को अंजाम दिया है. इस पत्र में हॉस्टल में हत्या के आरोपियों के छिपने का भी जिक्र है.
एसपी सिटी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि अपराधी अपराध को अंजाम देने के बाद यूनिवर्सिटी हॉस्टल में न सिर्फ छुपते हैं बल्कि कई दिनों तक शरण के लिए रहते हैं. इस पत्र में जियाउद्दीन हॉल में हुए छात्र तौफीक की हत्या का भी जिक्र है.
इस हत्याकांड के तीन आरोपी नवील हसन, मोहम्मद अकरम और रिजवान यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छुपे थे. अलीगढ पुलिस ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को ऐसे लोगों की जानकारी पुलिस के साथ शेयर करने और संदिग्धों की सूचना पुलिस देने को कहा है, क्योंकि कैंपस में पुलिस के घुसने की मनाही है.
ऐसे में यह जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन की बनती है कि वह अपने कैंपस को अपराधियों का पनाहगाह न बनने दे. बताते चलें कि 1 जनवरी को अलीगढ़ में हुए लूट कांड का मुख्य आरोपी और उसके साथी हॉस्टल में छुपे थे. 12 लूटकांड को वर्कआउट करने के बाद यह बात सामने आई है.