
उत्तर प्रदेश पुलिस एक तरफ तो अपराधियों के सफाए में लगी हुई है और धड़ाधड़ एनकाउंटर किए जा रही है. वहीं देवरिया में बीते दिनों हुए एक हत्याकांड के आरोपियों को बचाने के लिए मामले की लीपापोती में लगी हुई है. आजतक के हाथ एक ऐसा ही ऑडियो लगा है, जिसमें मामले की जांच कर रही एसओजी की टीम में शामिल एक पुलिसकर्मी एक आरोपी के परिचित से डील कर रहा है. हैरान करने वाली बात यह है कि यह ऑडियो क्लिप वायरल होते-होते पीड़ित के परिवार तक भी जा पहुंचा.
यह मामला 16 मार्च को BJP नेता नरेंद्र मिश्र के भतीजे अमित मिश्रा की हत्या से जुड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि वायरल हुए ऑडियो में एक आवाज मामले की जांच कर रही पुलिस टीम के एक अधिकारी की है और दूसरी आवाज मामले में आरोपी पंकज के किसी रिश्तेदार की है.
ऑडियो में सुना जा सकता है कि आरोपी रिश्तेदार पुलिसकर्मी से कह रहा है कि पंकज को फंसाया गया है, जबकि उसका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. पुलिसकर्मी भी आरोपी पंकज को बचाने के लिए पूरी मदद करने की बात कह रहा है. हालांकि फोन पर बात करने को लेकर सावधान भी कर रहा है.
हालांकि आजतक ने जब देवरिया के SP रोहन पी कनय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास भी इस तरह के ऑडियो के वायरल होने की सूचना मिली है. मामले की जांच की जा रही है. पता चला है कि यह ऑडियो आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले का है. ऐसे में पुलिस से किसी तरह की डील होने की बात नहीं होती, क्योंकि अब तो सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वहीं पीड़ित परिवार का आरोप है कि अब पुलिस एक आरोपी पंकज को बचाने के लिए डील करने में जुट गई है और मामले की लीपापोती कर रही है. पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्हें व्हाट्सऐप पर यह ऑडियो मिला, जिसमें मामले की जांच कर रही एसओजी की टीम किसी सिंटू साही नाम के शख्स से आरोपी पंकज को छोड़ने के लिए डील करते सुनी जा सकती है.
मुख्य आरोपी ने कुबूल कर लिया है जुर्म
पुलिस के मुताबिक, प्रॉपर्टी डीलर अमित मिश्र की पैसों के लेन-देन को लेकर कारोबार में उनके साझेदार मित्रों ने ही हत्या की है. दरअसल अमित मिश्र और मुख्य आरोपी अजय मिश्र साथ-साथ प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे. अमित ने अजय को करीब 24 लाख रुपये दिए थे, जिसे अजय दो साल से लौटा नहीं रहा था.
यह है पूरा मामला
घटना वाले दिन अजय ने अमित को यही पैसे देने के लिए बुलाया था. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, देवरिया पकड़ी मार्ग पर हरैया पुलिया के पास बाइक सवार कुछ लोग उन्हें रोककर उनसे बात करने लगे. इसी बीच उनमें से एक बदमाश ने अमित मिश्र के सिर में गोली मार दी. अमित की लाश उनकी कार में ही पड़ी मिली थी.
मामले में मुख्य आरोपी अजय मिश्र ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है. अजय ने स्वीकार किया है कि उसने पैसों के लेनदेन के चलते अपने दोस्तों के जरिए अजय की हत्या करवाई. पुलिस ने अजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने मामले में तीन लोगों के खिलाफ नामजद जबकि कई अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.