
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की नोएडा यूनिट ने क्रेडिट कार्ड फ्रॉड करने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है. सोमवार देर रात एसटीएफ ने इस क्रेडिट कार्ड फ्रॉड गिरोह के सरगना सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग के निशाने पर आर्मी के क्रेडिट कार्ड होल्डर भी रहे हैं.
पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि इस गैंग की महत्वपूर्ण कड़ी शैलेंद्र नाम का एक शख्स भी है जो दिल्ली की एक डेटा मैनेजमेंट कम्पनी में काम करता है. शैलेंद्र अवैध तरीके से इस गिरोह को पैसे लेकर क्रेडिट कार्ड धरकों को डेटा बेचता है. जिस कंपनी में आरोपी काम करता है उसके पास कई महत्वपूर्ण बैंकों के डेटा संभालने की जिम्मेदारी है.
एसटीएफ ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई बैंकों के हजारों ग्राहकों का डेटा बरामद किया है. इसी डेटा के आधार पर यह गिरोह ग्राहकों को कॉल करता था और उन्हें कॉल करके वन टाइम पासवर्ड(OTP) मांगता था. जो ग्राहक इस गैंग के सदस्यों की बातों में फंस जाते थे, उनके खाते से पल भर में सारी रकम गायब कर दी जाती थी.
यह गैंग Mobiwik नाम का एक वॉलेट भी इस्तेमाल करते थे जहां ये ऑनलाइन लूटे गए पैसों को ट्रांसफर कर देते थे. वहां से अलग-अलग बैंक खातों में लूटी गई रकम भेजी जाती थी. गिरफ्तार आरोपियों के नाम बलदेव सिंह तोमर, संजीत, तपेस्वर और गजेंद्र हैं. एसटीएफ आरोपियों से पूछताछ मामले की जांच कर रही है.
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से Citi Bank, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक, IndusInd Bank और आरबीएल जैसे बैंकों के डेटा व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) में नियुक्त एक उप निरीक्षक ने ऑनलाइन ठगी का शिकार बनने के बाद कविनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, पड़ताल में यह बात सामने आई कि उस ठगी में भी इसी गैंग के लोगों का हाथ था.