
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ रहा हर तीसरा उम्मीदवार रेप, हत्या और अपहरण जैसे गंभीर मामलों सहित कई आपराधिक केस का सामना कर रहा है. राज्य में सात चरण में हो रहा चुनाव आठ मार्च को खत्म हो जाएगा. आखिरी चरण के चुनाव के लिए प्रचार अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए कुल 4,853 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. उनमें से 4,823 उम्मीदवारों के हलफनामों के विश्लेषण के आधार पर उत्तर प्रदेश एलेक्शन वाच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने कहा कि 859 उम्मीदवारों (18 फीसदी) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
एडीआर के विश्लेषण के मुताबिक, 704 उम्मीदवारों (15 फीसदी) ने अपने हलफनामे में कहा है कि उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अस्पष्ट हलफनामा होने के कारण करीब 31 उम्मीदवारों का चुनावी विश्लेषण नहीं किया जा सका है.
रिपोर्ट के मुताबिक, बसपा के 400 में से 150 उम्मीदवारों करीब 40 फीसदी, बीजेपी के 36, सपा के 37 और कांग्रेस 32 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बसपा के 31, सपा के 29, बीजेपी के 26 और कांग्रेस के 22 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर केस दर्ज हैं.
फेज कुल उम्मीदवार दागी उम्मीदवार
1 839 168 (20%)
2 721 107 (15%)
3 826 110 (14%)
4 680 116 (17%)
5 617 117 (19%)
6 635 126 (20%)
7 535 115 (22%)