
उत्तर प्रदेश के लखनऊ समेत कई जिलों में आयकर विभाग की छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का पता अब तक चल चुका है. आयकर विभाग की लखनऊ व कानपुर की इकाई ने 7 डॉक्टरों के खिलाफ कुल 27 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसमें अब तक करीब 40 करोड़ रुपए की ब्लैक मनी का पता चला है. सबसे ज्यादा अघोषित आय लखनऊ के चरक अस्पताल के मालिक डॉ रतन सिंह के पास मिली है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर रतन सिंह ने अब तक 25 करोड़ रुपए की अघोषित आय सरेंडर की है.
आयकर विभाग ने उनके अस्पताल, आवास और दूसरे ठिकानों से ऐसे कागजात भी जब्त किये हैं जिसमें करोड़ों की अचल संपत्ति का भी पता चलने का अंदेशा है. आयकर विभाग ने यह छापेमारी एक साथ कई जगह पर की जिसमें अब तक करोड़ों रुपए कैश, 4 किलो से ज्यादा सोना, कई लॉकर और तमाम जेवरात बरामद हुए हैं. लॉकर और कागजातों की जांच अभी चल रही है.
सूत्रों के मुताबिक अब तक कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं. जिन-जिन डॉक्टरों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई हुई है उनमें डॉ रतन सिंह(चरक अस्पताल के मालिक), डॉ महेश शर्मा(एसपीएस अस्पताल, कानपुर), डॉ राजीव मोतियानी(न्यूरो फिजिशियन, नियो अस्पताल नोएडा), डॉ गुलाब गुप्ता(नियो अस्पताल, नोएडा), डॉ अंकित शर्मा (जीएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल हापुड़), प्रेम कुमार खन्ना(मुरादाबाद), भूपेंद्र चौधरी(न्यूरो फिजिशियन, मेरठ) समेत कई और लोग भी शामिल हैं. आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस रेड में कई और लोगों के नाम उजागर हो सकते हैं.