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दारोगा ने डॉक्टर पर तानी पिस्टल, CCTV में कैद हुई करतूत

उत्तर प्रदेश के नए मुखिया योगी जी भले ही कानून-व्यवस्था सुधारने का दावा करें, पर पुलिस अभी भी अपने ही हिसाब से चल रही है. ताजा उदाहरण है मुरादाबाद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का, जहां रामगंगा विहार चौकी प्रभारी ने नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज पर अपनी सरकारी पिस्टल तान दी. उनकी यह करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.

यूपी के मुरादाबाद की घटना यूपी के मुरादाबाद की घटना
मुकेश कुमार
  • मुरादाबाद,
  • 07 मई 2017,
  • अपडेटेड 9:13 PM IST

उत्तर प्रदेश के नए मुखिया योगी जी भले ही कानून-व्यवस्था सुधारने का दावा करें, पर पुलिस अभी भी अपने ही हिसाब से चल रही है. ताजा उदाहरण है मुरादाबाद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का, जहां रामगंगा विहार चौकी प्रभारी ने नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज पर अपनी सरकारी पिस्टल तान दी. उनकी यह करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.

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यह मामला चूंकि पुलिस महकमे का है, इसलिए अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. हालांकि शनिवार देर रात आरोपी दरोगा को एसएसपी मनोज तिवारी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. सिविल लाइन थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार पुलिस चौकी में तैनात चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह ने डॉक्टर कंवलजीत सिंह पर अपनी सरकारी पिस्टल तान दी थी.

स्थानीय लोगों ने बताया कि जितेंद्र सिंह खुद शराबी किस्म के इंसान हैं. एक साल पहले 'जीवन उदय' नामक नशा मुक्ति केंद्र में खुद भर्ती रह चुके हैं. जब ये ज्यादा नशा करते हैं, तो उनके परिवार वाले उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में डालने की बात करते हैं. इसलिए उन्होंने सोचा कि क्यों न नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डॉक्टर कंवलजीत को ही खत्म कर दिया जाए.

चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह शनिवार शाम 6 बजे नशे में धुत होकर दो अन्य पुलिसकर्मियों के साथ नशा मुक्ति केंद्र पहुंचकर पूरी दबंगई दिखाई और नशा मुक्ति केंद्र के प्रभारी पर सरकारी पिस्टल निकाल कर तान दी. हालांकि दरोगा के साथ मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें पिस्टल चलाने से रोकते भी दिखे. उनकी न सुनने पर एक सिपाही वहां से बाहर निकल गया.

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उसी दौरान जितेंद्र सिंह ने डॉक्टर कंवलजीत के साथ उनके बेटे के सामने ही अभद्रता की. बताया जाता है कि आरोपी दरोगा ने कुछ अन्य मरीजों के साथ मारपीट भी की है. बदकिस्मती से चौकी प्रभारी की यह सारी करतूत सीसीटीवी में कैद हो गई. डॉक्टर कंवलजीत ने पुलिस में शिकायत कर दी है, लेकिन उन्हें पुलिस पर रत्ती भर भरोसा नहीं है.

 

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