
पिछले साल उधमपुर में हुए आतंकी हमले का वॉन्टेड पाकिस्तानी आतंकी अबू ओकाशा पुलवामा जिले में हुई एक मुठभेड़ के दौरान मारा गया. जबकि लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर और चार अन्य उग्रवादी बच निकलने में कामयाब हो गए.
दरअसल, एनआईए ने आतंकी अबू ओकाशा को गिरफ्तार करवाने में मददगार साबित होने वाली जानकारी देने वाले के लिए पांच लाख रूपए का इनाम घोषित किया था. इसी बीच एनआईए ने उधमपुर आतंकी हमले के संदिग्ध आरोपी की तलाश में विभिन्न आतंकी ठिकानों पर छापा मारकर उसकी तस्वीर जुटाई थी.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों और एनआईए को जानकारी मिली थी कि पुलवामा के अवंतिपुरा इलाके में कुछ संदिग्ध आतंकी एक खेत की तरफ जाते देखे गए हैं. जिनकी संख्या करीब 12 थी.
गुप्त सूचना के मिलते ही सेना, पुलिस की एसओजी और सीआरपीएफ सहित सुरक्षा बलों ने एक बड़े इलाके में फैले सरसों के खेतों को घेर लिया. उसके बाद आतंकियों की तरफ से फायरिंग शुरू हो गई.
देर तक चली इस फायरिंग में लश्कर कमांडर अबू ओकाशा समते दो आतंकी मारे गए. जबकि कश्मीर में लश्कर का प्रमुख अबु दुजाना बच निकलने वालों में शामिल है. ये लोग मुठभेड़ स्थल से बच निकलने में कामयाब रहे. बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों पर कथित तौर पर पथराव करके उनका ध्यान भटका दिया था.
एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मारे गए आतंकवादियों के पास से दो एके 47 राइफल भी बरामद की गई है. पुलिस का मानना है कि फरार हुए आतंकी किसी भी सुरक्षा ठिकाने पर हमला कर सकते हैं.
फिलहाल, मुठभेड़ के दौरान भाग निकलने वाले आतंकवादियों की तलाश की जा रही है. सुरक्षा बलों इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है.
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पिछले साल अगस्त में आतंकियों ने श्रीनगर जा रहे BSF के काफिले पर हमला कर दिया था. इस हमले में दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि 10 जवान घायल हुए थे. सेना-पुलिस और आतंकियों के बीच करीब पांच घंटे चली मुठभेड़ में एक आतंकी को ढेर कर दिया गया था, जबकि लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नवेद याकूब को गिरफ्तार किया गया था. जबकि इस हमले में शामिल दूसरे आतंकी अबू ओकाशा के सिर पर पांच लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया था.