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मुर्शिदाबाद से पहले भी हो चुके हैं ऐसे कत्ल, अब राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट

RSS कार्यकर्ता की हत्या को लेकर पश्चिम बंगाल में सियासत तेज हो गई है. बीजेपी नेताओं ने ममता सरकार पर हमला तेज कर दिया है. हालांकि इसी साल जुलाई में भी एक भाजपा कार्यकर्ता का शव पुलिस ने बरामद किया था. जिस पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या का आरोप था.

इस तरह के मामलों को लेकर पश्चिम बंगाल में खूब सियासत हो रही है (फाइल फोटो) इस तरह के मामलों को लेकर पश्चिम बंगाल में खूब सियासत हो रही है (फाइल फोटो)
परवेज़ सागर
  • कोलकाता,
  • 11 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 8:16 PM IST

  • क्या पश्चिम बंगाल में हो रहे हैं सियासी कत्ल?
  • कई महिनों से सामने आ रही हैं ऐसी घटनाएं
  • जमकर हो रही है सियासत

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में शिक्षक, उनकी गर्भवती पत्नी और 8 साल के बच्चे की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. हालांकि पुलिस ने इस संबंध में दो लोगों को हिरासत में लिया है. जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. उधर, इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है. बीजेपी नेताओं ने ममता सरकार पर हमला तेज कर दिया है. इससे पहले इसी साल जुलाई में एक भाजपा कार्यकर्ता का शव पुलिस ने बरामद किया था. जिस पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या का आरोप था.

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हत्या के पीछे राजनीतिक कारण नहीं

मुर्शिदाबाद में बेरहमी के साथ कत्ल किए गए शिक्षक को आरएसएस का कार्यकर्ता बताया जा रहा है. हालांकि मुर्शिदाबाद के एडिशनल एसपी तन्मय सरकार के मुताबिक इस हत्या के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है. फिलहाल, मामले की छानबीन की जा रही है. पुलिस हर एंगल से इस मामले की तफ्तीश कर रही है.

रंजिश या लेन-देन हो सकते हैं कत्ल की वजह

पुलिस को अंदेशा है कि इस हत्याकांड के पीछे आपसी रंजिश हो सकती है. पुलिस मौके से एक हैंड नोट बरामद हुआ है. जिसके आधार पर पुलिस को शक है कि बंधु प्रकाश और उनकी पत्नी के बीच संबंध अच्छे नहीं थे. ASP तन्मय सरकार ने बताया कि बंधु प्रकाश पाल सागर दिघी में रहते थे. वहां उन्होंने कुछ लोगों से पैसे लिए थे. जिसे लेकर उनका कुछ विवाद चल रहा था, उसी की वजह से बंधु जियागुंज चले गए थे. मृतक एक प्राथमिक स्कूल में टीचर थे.

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जहर देकर किया था बेहोश, फिर किया कत्ल

पुलिस को शुरुआती जांच में हत्या के पीछे किसी रिश्तेदार का हाथ लग रहा है. इसमें एक से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं. पुलिस जांच के अनुसार, पीड़ितों को पहले जहर दिया गया और बेहोश हो जाने पर उनकी हत्या कर दी गई. मौके से पुलिस को जो हैंड नोट मिला है, वो गर्भवती महिला ब्यूटी पाल का हो सकता है. पुलिस का कहना है कि उस हैंड नोट के आधार पर ऐसा लगता है कि मृतक पति-पत्नी के बीच संबंध ठीक नहीं थे.

भाजपा ने ममता सरकार पर उठाए सवाल

बता दें कि 9 अक्टूबर को मुर्शिदाबाद में बंधु प्रकाश पाल, उनकी 8 महीने की गर्भवती पत्नी खुशबू और 8 साल के बेटे की हत्या हुई कर दी गई थी. तीनों की लाशें खून में सनी पड़ी मिलीं. मुर्शिदाबाद के कनाईगंज में रहने वाले बंधु प्रकाश पाल RSS की शाखाओं में जाते थे. इस मामले में RSS से लेकर BJP तक ममता सरकार पर सवाल उठा रहे हैं.

राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट

वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह अमानवीय घटना राज्य के कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है. उन्होंने सीधे तौर पर ममता सरकार को कटघरे में खड़ा किया. साथ राज्यपाल ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट राज्य सरकार से मांगी है.

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मनोज तिवारी ने भी बोला हमला

इस हत्या पर मचे बवाल में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी भी कूद पड़े हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि अवॉर्ड वापसी गैंग वाले इस वारदात पर चुप क्यों हैं. मॉब लिंचिंग पर बोलने वाले क्यों चुप हैं. बीजेपी सांसद ने ट्वीट किया कि न्याय कैसे होगा. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार में क्या-क्या हो रहा है.

हावड़ा में भी हुआ था कत्ल

जून 2019 में हावड़ा जिले में बीजेपी के एक समर्थक की ‘जय श्री राम' बोलने पर हत्या कर दी गई थी. उसे लेकर भी काफी बवाल हुआ था. तब सीधा आरोप सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा था. 43 साल के समतुल डोलोई की लाश अमता थाना क्षेत्र के सरपोता गांव में मिली थी.

हुगली में भी मिली थी लाश

इसी वर्ष जुलाई में हुगली जिले के गोगाट में एक नहर से बीजेपी कार्यकर्ता का शव मिला था. मृतक खुद भी राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या का आरोपी था. वह पिछले कुछ दिनों से लापता चल रहा था. बीजेपी कार्यकर्ता की लाश मिलने पर भाजपा नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस पर हत्या का इल्जाम लगाया था. इसके बाद भी दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की ख़बरें भी आती रही.

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