
उत्तर प्रदेश में झांसी जिले के मेडिकल कॉलेज के सरकारी आवास में गुरुवार को बदमाशों ने एक सरकारी कर्मचारी की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि लूट के दौरान इस वारदात को अंजाम दिया गया है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पुलिस अधीक्षक (नगर) विनोद कुमार ने बताया कि लूट के इरादे से आए बदमाशों ने 11 बजे दिन में तकनीकी सहायक वीरेंद्र श्रीवास्तव के मेडिकल कॉलेज परिसर के सरकारी आवास पर धावा बोलकर उनकी पत्नी आशा (40) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी और फरार हो गए. वारदात के समय घर में आशा के अलावा कोई नहीं था.
उनकी बेटी स्कूल गई हुई थी. बेटी जब घर पहुंची तो वाकया उसने ही अपने पिता को बताया. एसपी ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. मृतका के पति तहरीर के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस की एक टीम बदमाशों की तलाश में दबिश दे रही है.
यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर के बीच इस साल के शुरुआती डेढ़ महीने में फिरौती, अपहरण, झपटमारी और डकैती के मामलों में कमी आयी है, लेकिन रेप, हत्या, लूट और आगजनी के मामलों में बढोत्तरी हुई है. एक जनवरी 2018 से 15 फरवरी तक की अवधि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हत्या के 446, लूट के 447, आगजनी के 11, फिरौती के लिए अपहरण के चार, छीना झपटी के 14, डकैती के 22 और रेप के 397 मामले दर्ज हुए हैं.
यूपी विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि पिछले साल एक जनवरी से 15 फरवरी 2017 के सापेक्ष एक जनवरी से 15 फरवरी 2018 तक की अवधि में फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 20 प्रतिशत, छीना झपटी के मामलों में 48 प्रतिशत से अधिक, डकैती के मामलों में 8.33 प्रतिशत तक की कमी आयी है. जबकि पिछले एक साल में 3000 बदमाश गिरफ्तार हुए हैं.
वहीं, हत्या के मामलों में 2.53 प्रतिशत, लूट के मामलों में 20.49 प्रतिशत, आगजनी के मामलों में 120 प्रतिशत और रेप के मामलों में 11.20 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुदृढ है. प्रभावी कार्ययोजना के कारण ही प्रदेश में आपराधिक घटनाओं डकैती, हत्या और फिरौती के लिए अपहरण आदि में कमी आयी है. उनका कहना था कि डकैती और हत्या के मामलों में कमी आई है.