
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में दिनदहाड़े एक अस्पताल में एक मासूम बच्ची की चोरी से हड़कंप मच गया. हालांकि पुलिस ने 6 घंटे के अंदर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया और बच्ची को बरामद कर लिया.
मामला जगदलपुर के महारानी अस्पताल का है. बस्तर के बकावंड ब्लॉक के ग्राम जैबेल निवासी यशवंत की पत्नी मंगरी ने 23 सितंबर को अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था. प्रिमेच्यूर होने के कारण बच्ची को बेबी केयर वार्ड में रखा गया था. इसी दौरान मंगरी डॉक्टर से मिलने के लिए बाहर गई और जब लौटी तो उसकी बेटी वहां से गायब थी.
बच्ची को वहां न पाकर मंगरी के होश उड़ गए. इसके बाद बेबी वार्ड में कोहराम मच गया. गायब बच्ची के परिजनों ने पहले तो वार्ड में नवजात बच्ची को तलाश किया. अस्पताल के आसपास भी खोजबीन की गई लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला. आख़िरकार पुलिस को खबर दी गई थी.
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने स्टाफ, नर्स, सुरक्षा गार्ड के अलावा वहां भर्ती मरीजों से पूछताछ की. पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इस कवायद के दौरान एक संदिग्ध महिला नजर आई. जो दो चार घंटे पहले अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में दाखिल हुई थी. जब वो आई थी तो उसके पास कुछ नहीं था. लेकिन वापस जाते वक्त उसकी गोद में एक बच्चा साफ तौर पर दिख रहा था. उसने बच्चे को चादर से ढका हुआ था.
पुलिस को फुटेज के आधार पर महिला की शिनाख्त कर ली. महिला का नाम नाजनीन बेग था. इसके बाद पुलिस ने कुछ ही घंटों में आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी महिला बीजापुर जिले की रहने वाली है. कुछ दिनों पहले ही वह जगदलपुर आई थी. जहां वो तोंगपाल इलाके में अपने पति के साथ रह रही है.
दरअसल शादी के आठ साल बाद भी उनके पास बच्चा नहीं था. इस बात से पति-पत्नी दोनों दुखी रहते थे. वे बच्चा गोद लेना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने कई जगहों पर आवेदन भी किया हुआ था. लेकिन उन्हें बच्चा नहीं मिला. नाजनीन के मुताबिक वह दो दिन से महारानी अस्पताल के चक्कर काट रही थी कि शायद कोई उसे अपना बच्चा गोद दे देगा.
लेकिन उन्हें किसी ने बच्चा गोद नहीं दिया. इसके बाद ही उसने बच्ची चुराने का फैसला किया. मगर पुलिस ने उसे उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह बच्ची की नाभी से निकल रहे खून की वजह से उसे लेकर एक निजी क्लिनिक में पहुंची और वहां उसका इलाज करवाने लगी.