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फ्रांस का नया साइलेंट किलर हथियार... बटन दबाते ही एक सेकेंड में 3 km जाएगा गोला

France की नौसेना ने बहुत जल्द अपने नए Silent Killer हथियार पेश करने जा रहा है. ये एक नई इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन है. इससे निकलने वाला गोला करीब 11 हजार km/hr की स्पीड से टारगेट की तरफ जाता है. इस गन से किसी भी हवाई टारगेट या नौसैनिक युद्धपोत को नष्ट किया जा सकता है.

ये है फ्रांसीसी नौसेना की नई इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन. (फोटोः ISL) ये है फ्रांसीसी नौसेना की नई इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन. (फोटोः ISL)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 3:20 PM IST

फ्रांस की नौसेना जल्द ही अपने नए हथियार को दुनिया के सामने पेश करेगी. इस हथियार को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन (Electromagnetic Railgun) कहते हैं. इसे फ्रेंच-जर्मन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ सेंट लुई और डिफेंस इनोवेशन एजेंसी ने मिलकर बनाया है. यह दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों में से एक है. 

यह एक फ्यूचर वेपन है. इसमें किसी गोले-बारूद की जरूरत नहीं होती. इलेक्ट्रोमैग्नेटिक ताकत से स्टील या धातु के गोले निकलते हैं. जो अपने निशाने को बुरी तरह से बर्बाद कर देती हैं. रेलगन आम तोपों से अलग है. आम तोप के बैरल यानी नली से बारूदी आग से पैदा होने वाले दबाव की वजह से गोला निकलता है. 

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रेलगन में बारूद की जगह इलेक्ट्रिसिटी और चुंबकीय शक्ति का इस्तेमाल होता है. बारूद का नहीं. इन दोनों शक्तियों के मिलने और प्रतिक्रिया से गोला हाइपरसोनिक गति से निकलता है. रेलगन पारंपरिक तोपों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित हैं. बारूद का उपयोग नहीं होने पर वजन कम हो जाता. 

एक घंटे में करीब 11 हजार km की स्पीड से जाता है गोला

फ्रांस की इस गन में 40 mm का धातु का गोला लगाया जाएगा. जो फायर करते ही करीब 11 हजार km/hr की स्पीड से टारगेट की तरफ निकलेगा. यानी एक सेकेंड में तीन किलोमीटर. असल में यह स्टील की गोलियां हैं, जिनका वजन 320 ग्राम का होता है. इस गन को एक बार चलाने पर 20 मेगाजूल्स की ऊर्जा लगती है. 

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अमेरिका ने इस प्रोजेक्ट को कर दिया बंद

अमेरिका ने रेलगन प्रोजेक्ट को बंद कर दिया है. इस प्रोजेक्ट को अमेरिकी नौसेना चला रही थी. अमेरिकी नौसेना इस प्रोजेक्ट पर 3667 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है, इसके बाद भी इसे बंद किया गया. इस प्रोजेक्ट का नाम था इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन डेवलपमेंट प्रोग्राम (Electromagnetic Railgun Development Programme). 

पिछले साल जापान ने किया था परीक्षण

पिछले साल जापानी मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JMSDF) इसी हथियार की टेस्टिंग की थी. जापान तो इस हथियार को अपने सभी युद्धपोत में तैनात कर रहा है. इसका गोला बिना आवाज के निकलता है. इस गन को मल्टीपरपज अनमैन्ड सरफेस वेसल (USV), अनमैन्ड असॉल्ट व्हीकल्स (AAV), एंटी-टॉरपीडो टॉरपीडोस (ATT) और कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम पर लगा सकते हैं.  

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