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रूस की नई हाइपरसोनिक मिसाइल के निशाने पर कौन-कौन से अमेरिकी बेस... कितने मिनट में होगा टारगेट बर्बाद?

Russia की जिस मीडियम रेंज हाइपरसोनिक मिसाइल से इस समय दुनिया हिली हुई है. उसके निशाने पर अमेरिकी सैन्य बेस भी हैं. अगर मामला बिगड़ता है तो यह इस मिसाइल से रूस कम से कम 9 अमेरिकी सैन्य ठिकानों, मिसाइल साइलो और फ्लीट को टारगेट कर सकता है. फिर तो समझिए World War शुरू...

रूस को अगर उकसाया गया तो वह अपनी नई हाइपरसोनिक मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल ओरेश्निक से अमेरिकी सैन्य बेस को टारगेट बना सकता है. (फोटोः X) रूस को अगर उकसाया गया तो वह अपनी नई हाइपरसोनिक मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल ओरेश्निक से अमेरिकी सैन्य बेस को टारगेट बना सकता है. (फोटोः X)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 12:16 PM IST

रूस ने जिस नई मीडियम रेंज हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल Oreshnik से यूक्रेन के द्निप्रो शहर पर हमला किया था. उस मिसाइल की रेंज में दुनिया के 9 अमेरिकी सैन्य बेस आते हैं. अगर रूस को भड़काया गया. या जंग और खतरनाक होती है तो रूस इस मिसाइल का इस्तेमाल करके अमेरिकी ठिकानों को निशाना बना सकता है. 

रूस अगर अपने अलग-अलग इलाकों से इस मिसाइल को लॉन्च करता है तो इसकी रेंज में अमेरिका के 9 सैन्य बेस, मिसाइल साइलो निशाने पर आ सकते हैं. लेकिन इस तरह के हमले से World War शुरू होने की आशंका बढ़ जाएगी. हालांकि रूस ऐसा एकदम से नहीं करेगा. जबतक उसे इस हमले के लिए मजबूर नहीं किया जाता. 

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आइए जानते हैं कि रूस में किस जगह से मिसाइल लॉन्च करने से अमेरिका का कौन सा बेस टारगेट पर आएगा... 

1. मिडिल ईस्ट... अगर दक्षिणी रूस से यह मिसाइल दागी जाए तो

- 2100 km की दूरी पर कुवैत में मौजूद अमेरिकी सैन्य बेस पर 11 मिनट में मिसाइल पहुंच जाएगी. 
- 2500 km की दूरी पर बहरीन के अमेरिका की पांचवीं फ्लीट मुख्यालय को 12 मिनट में मिसाइल हिट करेगी. 
- 2650 km दूर मौजूद कतर के अमेरिकी एयर बेस पर 13 मिनट में मिसाइल पहुंचेगी. 
- 4100 km दूर मौजूद जिबौती के अमेरिकी एयर बेस पर 20 मिनट में मिसाइल हिट करेगी. 

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2. पैसिफिक और अलास्का... अगर रूस यह मिसाइल कामचाटका से दागे तो 

- 2400 km दूर अलास्का के अमेरिकी एयर बेस पर यह मिसाइल 12 मिनट में पहुंचेगी.
- 4500 km दूर गुआम के अमेरिकी एयर और नेवी बेस पर यह मिसाइल 22 मिनट में पहुंचेगी. 
- 5100 km दूर पर्ल हार्बर एयर और नेवी बेस पर यह मिसाइल 25 मिनट में हिट कर जाएगी. 

3. मिनटमैन-3 मिसाइल साइलो... अगर मिसाइल चुकोटका से लॉन्च की जाए तो

- 4700 km की दूरी पर मोंटाना में मौजूद मिनटमैन-3 मिसाइल साइलो तक 23 मिनट में पहुंचेगी. 
- 4900 km की दूरी पर मिनोट में मिनटमैन-3 मिसाइल साइलो तक 24 मिनट में हिट करेगी. 

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अपने साइलो के अंदर मौजूद अमेरिका की मिनटमैन-3 मिसाइल. (फोटोः गेटी)

अब जानिए मिनटमैन-3 मिसाइल की ताकत... 

मिनटमैन-3 (Minuteman III ICBM) अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल न्यूक्लियर हमला करने में सक्षम है. इसकी रेंज 10 हजार km है. यह अधिकतम 1100 km की ऊंचाई तक जा सकती है. यानी अंतरिक्ष में भी सैटेलाइट ध्वस्त कर सकती है. इस मिसाइल की स्पीड 28,200 किलोमीटर प्रतिघंटा है. 
 
इसे लॉन्च करने के लिए जमीन में बने साइलो (Silo) का उपयोग करना पड़ता है. यह मिसाइल आकार में भी विशालकाय है. यह करीब 60 फीट लंबी है. इसका व्यास 5.6 फीट का है. तीन स्टेज के सॉलिड फ्यूल रॉकेट इंजन से उड़ती है ये मिसाइल. यह एकसाथ एक या उससे ज्यादा टारगेट्स पर हिट कर सकती है. 

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ओरेश्निक मिसाइल की खासियत... 

यह एक हाइपरसोनिक मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM) है. जो अधिकतम 12,300 km/hr की स्पीड से उड़ान भरते हुए 5500 किलोमीटर रेंज तक हमला कर सकती है. इसमें मल्टीपल इंडेपेंडेटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल्स (MIRV) सिस्टम है. यानी एक साथ कई टारगेट पर हमला कर सकती है. इसमें एकसाथ 6 से 8 हथियार लगा सकते हैं. यानी यह एक बार इतने टारगेट्स पर हमला कर सकती है. इस मिसाइल में दोनों तरह के हथियार यानी पारंपरिक और न्यूक्लियर लगाए जा सकते हैं. यह हवा में टारगेट की तरफ बढ़ते समय दिशा और एंगल बदल सकती है, ताकि दुश्मन का एयर डिफेंस सिस्टम इसे रोक न पाए. 

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