
भारतीय नौसेना के लिए नेक्स्ट जेनरेशन का एडवांस्ड सबमरीन किलर जंगी जहाज तैयार है. यह असल में एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट (ASW-SWC) है. इसका नाम है INS Arnala. इसे कोलकाता की गार्डन रीच शिप बिल्डर्स, कोचीन शिपयार्ड्स और लार्सेन एंड टुब्रो मिलकर बना रहे हैं.
12,622 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट के तहत 16 युद्धपोत बनाए जाएंगे. पहला युद्धपोत आईएनएस अरनाला बहुत जल्द समुद्री ट्रायल्स के लिए पानी में उतरेगा. ये कॉर्वेट श्रेणी का जंगी जहाज है. जिसका डिस्प्लेसमेंट 900 टन होगा. यह करीब 255 फीट लंबा है. इसकी बीम 34 फीट ऊंची है. यह अधिकतम 46 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगा. अगले कुछ महीनों में ही इसे नौसेना को सौंपा जा सकता है.
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7 अफसरों समेत 57 नौसैनिक हो सकते हैं तैनात
इसकी रेंज 3300 किलोमीटर है. इस युद्धपोत पर 7 अधिकारियों समेत 57 नौसैनिक तैनात हो सकते हैं. इसमें एएसडब्लू कॉम्बैट सूइट लगा है, जो दुश्मन के हमलों से टकराने के लिए हथियारों को तैयार करेगा. उनपर नजर रखेगा. इसपर चार तरह के मैनेजमेंट सिस्टम लगे हैं, जो जंग के समय युद्धपोत को सही-सलामत रखने में मदद करेंगे.
रॉकेट, सबमरीन, बारूदी सुरंगों से पूरी तरह लैस
इस युद्धपोत पर एक आरबीयू-6000 एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर लगा होगा. यह 213 मिलिमीटर की एंटी-सबमरीन रॉकेट सिस्टम है, जो दुश्मन की पनडुब्बियों के ऊपर ताबड़तोड़ रॉकेट फायरिंग करता है. इसके अलावा इस पर 6 हल्के वजन वाले एएसडब्लू टॉरपीडो लगाए जाएंगे. साथ ही एंटी-सबमरीन समुद्री बारूदी सुरंगें रहेंगी.
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ऐसी गन, जो हर मिनट दागेगी 550 गोलियां
आईएनएस अरनाला पर 30 मिलिमीटर की एक CRN-91 नेवल गन होगी. यह एक ऑटोमैटिक गन होती है, जो हर मिनट 550 गोलियां दाग सकती है. यानी दुश्मन का जहाज छलनी हो जाएगा. इसकी रेंज 4 किलोमीटर है. इसके अलावा 2 ओएफटी 12.7 मिलिमीटर एम2 स्टेब्लाइज्ड रिमोट कंट्रोल्ड गन लगी होगी. यह भारतीय नौसेना का वाटर जेट प्रोपल्शन पावर्ड सिस्टम से लैस सबसे बड़ा युद्धपोत होगा.