
Iran और Pakistan की सीमाएं बलूचिस्तान के साथ 1000 किलोमीटर की सीमा बांटते हैं. ईरान ने जैश अल-अद्ल (Jaish al-adl) के ठिकानों पर हमला किया. हमला पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांच बलूचिस्तान के कोह-ए-सब्ज इलाके में किया गया. दावा किया जा रहा है कि इरान ने यहां पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है.
ईरान के पास अलग-अलग रेंज की दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलें हैं. ये बात कहीं से सामने नहीं आ पा रही है कि ईरान ने कौन सी मिसाइल इस्तेमाल की है. लेकिन जिस सटीकता का दावा किया जा रहा है, वो क्षमता ईरान की तीन मिसाइलों के पास है. ये मिसाइलें हैं- डेजफुल (Dezful), एमाद (Emad) और गद्र-110 (Ghadr-110).
डेजफुल, गद्र-110 और एमाद तीनों ही मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल हैं. यानी 1000 से 2000 किलोमीटर के बीच. तीनों को उनकी सटीकता के लिए जाना जाता है. इसके अलावा ईरान ने शाहेद-107 (Shahed-107) ड्रोन का भी इस्तेमाल किया है. इस ड्रोन की रेंज भी 1000 किलोमीटर है. यानी इतनी दूर जाकर यह हमला कर सकता है.
आइए जानते हैं इनकी ताकत के बारे में...
डेजफुल (Dezful)
यह ईरान द्वारा बनाई गई मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM) है. इसका सबसे पहले प्रदर्शन 2019 में किया गया था. इस मिसाइल की रेंज 1000 किलोमीटर है. इसके ऊपर 600 से 700 किलोग्राम वजन का वॉरहेड लगा सकते हैं. इसकी CEP 5 मीटर है. यानी टारगेट के पांच मीटर इधर-उधर भी गिरा तभी टारगेट पूरी तरह से खत्म हो जाएगा.
यह मिसाइल जब आसमान से टारगेट की तरफ आता है, तब इसकी गति 8643 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है. यह मिसाइल असल में पुरानी ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल Zolfaghar का अपग्रेडेड वर्जन है. इसकी रेंज उस समय 700 किलोमीटर थी. इस मिसाइल को ट्रक माउंट लॉन्चर से दागा जाता है.
एमाद (Emad)
एमाद मिसाइल लिक्विड-फ्यूल मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. इसका व्यास 1.25 मीटर है. इसमें एक ही वॉरहेड लगता है. जिसका वजन 750 किलोग्राम होता है. इसकी CEP 10 मीटर है. यानी टारगेट के पांच10 मीटर इधर-उधर भी गिरा तभी टारगेट पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. इसकी रेंज 1700 किलोमीटर है.
इतना ही नहीं इस मिसाइल में मैन्यूवरेबल रीएंट्री व्हीकल (MaRV) की खासियत भी है. यानी जरूरत पड़ने पर इसकी दिशा बदली जा सकती है. इसे इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) की कैटेगरी में भी रखा जाता है. यह देखने में शहाब-3 मिसाइल की तरह दिखती है. 2016 से ईरानी सेना इसका इस्तेमाल कर रही है.
गद्र-110 (Ghadr-110)
Ghadr-110 भी मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. इसकी रेंज 1800 से 2000 किलोमीटर है. इसकी गति बहुत ज्यादा भयानक है. यह मैक 9 की गति से उड़ान भरती है. यानी 11,113.2 km/hr की स्पीड से टारगेट की तरफ बढ़ती है. इसे एंटी सैटेलाइट मिसाइल और IRBM की कैटेगरी में भी रखते हैं.
यह मिसाइल इनर्शियल गाइडेंस और जीपीस नेविगेशन के आधार पर चलती है. इसकी CEP 110 मीटर है. यानी टारगेट से 110 मीटर के रेडियस में कहीं भी गिरे, यह टारगेट को खत्म कर देता है. दो स्टेज की मिसाइल में पहला स्टेज लिक्विड और दूसरा सॉलिड फ्यूल वाला है. इसकी लंबाई 15.5 मीटर है.
शाहेद-107 (Shahed-107) ड्रोन भी कमाल का...
यह ईरान का लॉयटरिंग म्यूनिशन है. यानी आत्मघाती हमलावर ड्रोन. इस ड्रोन का इस्तेमाल रूस-यूक्रेन युद्ध में भी किया गया है. इसका विंगस्पैन 3 मीटर का होता है. लंबाई 2.5 मीटर होती है. इसकी रेंज 1000 किलोमीटर है.