
हमास के साथ इजरायल की जंग के बीच लगातार रॉकेट दाग रहे लेबनान पर इजरायल ने आंखे टेढ़ी कीं तो हर तरफ तबाही ही तबाही दिखने लगी. पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर घातक हमला किया. हजारों लोगों को मारा. बंधक बनाया. इजरायल उससे जूझ ही रहा था कि लेबनान ने पीछे से रॉकेट हमले शुरू कर दिए.
इजरायल डिगा नहीं. टिका रहा. पहले गाजा में घुसकर हमास को खत्म किया. जमीन की नीचे से खोज-खोजकर हमास आतंकियों को निकाला. मारा. कइयों की तो सुरंगों में ही कब्र बना दी. इसके बाद बारी थी हिज्बुल्लाह की. पहले कुछ हल्के-फुल्के हमलों के बाद इजरायल ने बनाई ऐसी सीक्रेट प्लानिंग जिससे हिज्बुल्लाह रेंगने लगा.
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इजरायल ने ठान लिया है. चार फ्रंट पर जंग लड़ रहे इस छोटे से देश ने पहले हमास खत्म किया. फिर हिज्बुल्लाह को हिलाया. अब यमन के हूतियों की बारी है. संभवतः इसके बाद ईरान से जंग हो. लेकिन पहले आप समझिए 17 से लेकर 28 सितंबर 2024 की पूरी क्रोनोलॉजी, जिसमें इजरायल ने हिज्बुल्लाह के सभी आकाओं के सिर काट दिए.
17 सितंबर 2024... हजारों पेजर में एकसाथ ब्लास्ट हुआ. 13 लोग मारे गए. जिसमें हिज्बुल्लाह के लड़ाके और कुछ बच्चे भी शामिल थे. चार हजार लोग जख्मी हुए. सैकड़ों गंभीर रूप से घायल. इजरायल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन दुनिया तो यही मानती है. इजरायल ने कहा कि हम लेबनान की सीमा के आसपास से विस्थापित हुए हजारों इजरायली लोगों को उनके घरों में वापस लाएंगे. यानी हिज्बुल्लाह को खत्म करेंगे. तभी ये हो पाएगा.
18 सितंबर... वॉकी-टॉकी और अन्य यंत्रों में विस्फोट. लेबनान अभी पेजर हमलों से उबरा नहीं था कि उसके घरों में अलग-अलग यंत्रों में धमाके होने लगे. 14 लोग मारे गए. करीब 450 जख्मी हुए. इजरायली रक्षामंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि ये गजब का अचीवमेंट हैं. इसमें इजरायली मिलिट्री और इंटेलिजेंस ने मिलकर काम किया. नतीजे भी अच्छे आए हैं. लेकिन पेजर अटैक के बारे में कुछ नहीं बोला.
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19 सितंबर... इजरायल ने दक्षिणी लेबनान के सैकड़ों रॉकेट लॉन्चर प्लेटफॉर्म्स को एयरस्ट्राइक से तबाह कर दिया. हिज्बुल्लाह समझ ही नहीं पाया कि इजरायली फोर्सेस को उनकी खबर कहां से मिली.
20 सितंबर... इजरायल ने बेरूत के रिहायशी इलाके में एक इमारत को निशाना बनाया. हिज्बुल्लाह कमांडर इब्राहिम आकिल मारा गया. साथ में 37 लोग और खत्म हो गए. दर्जनों जख्मी हुए. इस हमले में आकिल समेत हिज्बुल्लाह के 15 और लड़ाके मारे गए थे. 1983 में बेरूत के अमेरिकी दूतावास में धमाके करने के लिए आकिल अमेरिका में वॉन्टेड था. आकिल ने ही हमास से मिलकर 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमले की योजना बनाई थी.
21 सितंबर... इजरायली एयरफोर्स ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के 400 ठिकानों पर घातक एयरस्ट्राइक की. इसमें हिज्बुल्लाह के रॉकेट लॉन्चर्स बर्बाद किए गए. इजरायल ने कहा कि ये सभी इजरायल की तरफ निशाना लगाकर तैनात किए गए थे.
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22 सितंबर ... हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच रात भर फायरिंग होती रही. रॉकेट और ड्रोन्स अटैक चलते रहे. इजरायल ने हिज्बुल्लाह के 290 टारगेट्स पर हिट किया. हिज्बुल्लाह के कुछ रॉकेट भी तेल अवीव तक पहुंच गए.
23 सितंबर... इजरायल ने लेबनान के लोगों को चेतावनी दी कि तुरंत अपने घरों से निकल कर दूर चले जाएं. इसके बाद इजरायल ने 1300 एयरस्ट्राइक किए. करीब 558 लोग मारे गए. इसमें महिलाएं, बच्चे, हेल्थकेयर वर्कर थे. करीब 1800 लोग जख्मी हुए. यह जानकारी लेबनान की हेल्थ मिनिस्ट्री ने दी.
इसी दिन हिज्बुल्लाह ने इजरायल की तरफ करीब 200 रॉकेट्स दागे. ज्यादातर को इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने रोक लिया. इजरायल ने बदले में बेरूत में उस इमारत पर हमला किया जहां पर हिज्बुल्लाह का कमांडर अली कराकी था. हिज्बुल्लाह संगठन का तीसरा सबसे बड़ा आतंकी. लेकिन वह बच गया.
24 सितंबर... हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच हमले होते रहे. दक्षिणी लेबनान से लोग भागने लगे. इजरायल ने एयरस्ट्राइक्स बंद नहीं की. ईरान के राष्ट्रपति ने सीएनएन को कहा कि हमें किसी भी तरह से लेबनान को गाजा बनने से रोकना होगा. इस बीच इजरायल के बेरूत पर हमले में हिज्बुल्लाह मिसाइल डिविजन का कमांडर इब्राहिम काबिसी मारा गया.
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25 सितंबर... हिज्बुल्लाह ने लॉन्ग-रेंज मिसाइल दागी. जो तेल अवीव तक पहुंच गई. ऐसा पहली बार हुआ था कि आतंकी संगठन ने इतनी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल दागी. इसके बाद इजरायल ने अपने एयरस्ट्राइक को जारी रखा. हिज्बुल्लाह लड़ाकों समेत 72 लोग हमले में मारे गए. 400 के करीब जख्मी हुए. इजरायल ने लेबनान सीमा पर दो अतिरिक्त रिजर्व ब्रिगेड तैनात कर दी. ताकि जरूरत पड़ने पर लेबनान में ग्राउंड अटैक किया जा सके.
26 सितंबर... इधर न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली चल रही थी. पीछे से जी-7 का प्लान था 21 दिन का सीजफायर घोषित करना. ताकि इजरायल और लेबनान के बीच मामला थोड़ा शांत हो सके. लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे खारिज कर दिया. हिज्बुल्लाह ने उत्तरी इजरायल की तरफ सैकड़ों रॉकेट दागे.
इसके बाद इजरायल ने एयरस्ट्राइक किया. फिर हिज्बुल्लाह लड़ाकों समेत 92 लोग मारे गए. 150 जख्मी हुए. हजारों की संख्या में लोग लेबनान छोड़कर भाग चुके हैं. यह पिछले एक दशक में लेबनाने से सबसे ज्यादा मात्रा में होने वाला विस्थापन था. इसी समय हिज्बुल्लाह का एयरफोर्स कमांडर मोहम्मद हुसैन सरूर इजरायली हमले में मारा गया.
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27 सितंबर... संयुक्त राष्ट्र में नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश कई फ्रंट पर जंग जीत रहा है. इसके बाद वो ईरान पर भी हमला करेगा. उसके साथियों को भी खत्म करेगा. सभा में कई सदस्य यह सुनकर चले गए. इधर नेतन्याहू की स्पीच चल रही थी, उधर इजरायली एयरफोर्स बेरूत में बम और मिसाइलें गिरा रही थी.
28 सितंबर... इजरायली मिलिट्री ने घोषणा की कि उन्होंने हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को बेरूत के दाहिए में हुए एयरस्ट्राइक में मार डाला है. हिज्बुल्लाह ने कुछ घंटों बाद इसकी पुष्टि की.
अब रक्षा एक्सपर्ट्स का मानना है कि नसरल्लाह और हिज्बुल्लाह के सभी कमांडर्स के मारे जाने से एक छोटे इलाके में कुछ देर के लिए शांत हो सकती है. लेकिन ये एक बड़े जंग से पहले का सन्नाटा है. इसके बाद भयानक स्थितियां पैदा होने वाली हैं.