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सियाचिन जाएंगी द्रौपदी मुर्मू, बनेंगी दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र जाने वालीं तीसरी राष्ट्रपति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 26 सितंबर 2024 को सियाचिन बेस कैंप का दौरा करेंगी. वहां तैनात सैनिकों के साथ बातचीत करेंगी. इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और रामनाथ कोविंद भी सियाचिन का दौरा कर चुके हैं.

26 सितंबर 2024 को सियाचिन बेस कैंप जाएंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू. 26 सितंबर 2024 को सियाचिन बेस कैंप जाएंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू.
मंजीत नेगी
  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:53 PM IST

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 26 सितंबर 2024 को लद्दाख के सियाचिन बेस कैंप का दौरा करेंगी. इस दौरान वे वहां पर तैनात भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों से मिलेंगी. उनसे बातचीत करेंगी. राष्ट्रपति सियाचिन का दौरा करने वाली तीसरी प्रेसिडेंट होंगी. 

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इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अप्रैल 2004 और रामनाथ कोविंद मई 2018 में सियाचिन का दौरा कर चुके हैं. भारतीय सेना का बेस कैंप दुनिया का सबसे ऊंचा जंगी मैदान है. ये 20 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद सियाचिन ग्लेशियर पर है. 

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सियाचिन ग्लेशियर हिमालय के काराकोरम माउंटेन रेंज में है. यह दुनिया का सबसे ऊंचा मिलिट्री जोन है. यहां जवानों को फ्रॉस्टबाइट और तेज ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ता है. ऑपरेशन मेघदूत चलाकर भारतीय सेना ने 13 अप्रैल 1984 को इस इलाके पर पूर्ण नियंत्रण हासिल किया था. 

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