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Russia's New Air Defence System: हाइपरसोनिक मिसाइलों को भी गिरा देगा, एक साथ 10 टारगेट उड़ाएगा रूस का ये असली 'ब्रह्मास्त्र'

S-500 Missile System: रूस ने असल में कर्ण के कवच जैसा अभेद्य हथियार बना लिया है. यह असल में किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है. यह किसी भी स्टेल्थ फाइटर जेट, हाइपरसोनिक मिसाइल और अंतरिक्ष में मौजूद सैटेलाइट को खत्म कर सकता है. ये रक्षा कवच के साथ-साथ खतरनाक हमला करने वाली हथियार प्रणाली है.

ये है रूस का नया हवाई रक्षा प्रणाली S-500 Prometey. (सभी फोटोः रूसी रक्षा मंत्रालय) ये है रूस का नया हवाई रक्षा प्रणाली S-500 Prometey. (सभी फोटोः रूसी रक्षा मंत्रालय)
ऋचीक मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 24 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 3:20 PM IST

रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई सोयगू ने कहा है कि रूसी एयर डिफेंस फोर्सेस को नया हथियार दिया जा चुका है. ये हथियार दुनिया की सबसे बेहतरनी रक्षा प्रणाली है. इसमें दो तरह के बदलाव किए गए हैं. जो किसी भी तरह के स्टेल्थ फाइटर जेट, हाइपरसोनिक मिसाइल या हथियार या फिर अंतरिक्ष में मौजूद सैटेलाइट्स को नष्ट कर सकता है. रूस इस मिसाइल की दस बटालियन तैनात करना चाहता है. अगर रूस अपनी सीमाओं पर इसे तैनात कर देता है, तो उसपर किसी भी तरह का हवाई हमला नामुमकिन हो जाएगा. 

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इस मिसाइल प्रणाली का नाम है S-500 Prometey. यहां पर प्रोमेटे का मतलब है प्रोमेथियस. प्रोमेथियस ग्रीस का प्राचीन अग्नि देव था. उसके नाम पर इस एयर डिफेंस सिस्टम का नाम रखा गया है. यह रक्षा प्रणाली लंबी दूरी की एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलों और मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस है. यानी किसी भी तरह के हवाई हमले को खत्म कर सकता है. 

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S-500 Prometey मिसाइल को आसानी से कहीं भी तैनात किया जा सकता है. सिस्टम की टारगेट रेंज 600 किलोमीटर है. यह 800 किलोमीटर दूर से अपने टारगेट को पहचान सकता है. यह मिसाइल प्रणाली एक बार में 10 टारगेट को हिट कर सकती है. वह भी अलग-अलग प्रकार के टारगेट. 

25 हजार km/hr से ज्यादा गति से करती है हमला

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इसमें लगी मिसाइलें टारगेट की तरफ 25,200 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से हमला करती है. यानी ये मिसाइल 12 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा या उससे ज्यादा की रफ्तार से रूस की तरफ आते हाइपरसोनिक हथियारों को भी मार कर गिरा सकती है. इसकी रेंज इतनी बेहतरीन है कि यह धरती की निचली कक्षा तक टारगेट कर सकती है. 

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टारगेट के साथ-साथ बदल सकती है अपनी दिशा

इसमें लगी मिसाइलें टारगेट के तरफ बढ़ते समय अपनी दिशा बदल सकती हैं. भागते हुए टारगेट की तरफ पीछा कर सकती हैं या फिर उनकी दिशा के हिसाब से हमला कर सकती हैं. इस मिसाइल प्रणाली को  रूस के पुराने एयर डिफेंस सिस्टम यानी S-400, S-300VM4, S-350 Vityaz और अन्य सिस्टम के साथ जोड़ा जा सकता है. 

खतरनाक मिसाइलें जो अंतरिक्ष तक करती हैं हमला

इस मिसाइल सिस्टम में 77N6-N और 77N6-N1 इंटरसेप्टर मिसाइलें लगी हैं. ये मिसाइल एंटी-सैटेलाइट और एंटी-स्पेसक्राफ्ट टारगेट के लिए इस्तेमाल होती हैं. जबकि दूसरे वर्जन में 40N6M एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें लगी हैं, जो हाइपरसोनिक मिसाइलों, स्टेल्थ फाइटर जेट पर हमला करेंगी. 

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