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इजरायल का एयर स्ट्राइक या ईरानी मिसाइलों का हमला... कौन पड़ा ज्यादा भारी?

इजरायल और ईरान के बीच की जंग... वैसे तो एक ही घटना है. लेकिन यहां दो स्टोरी हैं. पहली इजरायल की हवाई बमबारी और दूसरी ईरान का मिसाइल अटैक. दोनों सटीक निशाने और भारी नुकसान का दावा करते हैं. आइए जानते हैं क्या हुआ इन दोनों के हमलों में असर...

दक्षिणी लेबनान के टायर में इजरायली हवाई हमलों से क्षतिग्रस्त इमारतें. (प्रतीकात्मक फोटोः एपी)  दक्षिणी लेबनान के टायर में इजरायली हवाई हमलों से क्षतिग्रस्त इमारतें. (प्रतीकात्मक फोटोः एपी)
बिदिशा साहा/शुभम तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 29 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 12:10 PM IST

इजरायल ने 26 अक्टूबर 2024 को ईरान के एयर डिफेंस फैसिलिटी, मिसाइल और एयर बेस, तेल और गैस रिफाइनरी पर सटीक बमबारी की. इसके तीन हफ्ते पहले तेहरान ने 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल के अलग-अलग ठिकानों पर हमला किया था. लेकिन दोनों को नुकसान कितना हुआ? 

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दोनों देशों के हमले में कितना नुकसान हुआ है, इसका अंदाजा फिलहाल लगाना मुश्किल है. लेकिन सैटेलाइट तस्वीरें, पश्चिमी देशों की मीडिया की रिपोर्ट्स और थिंक टैंक्स की माने तो नजदीकी अंतर निकाला जा सकता है. इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडी ऑफ वॉर की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली हमले में कम से कम 12 ईरानी फैसिलिटी को नुकसान पहुंचा है. हमले में बम और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था. 

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जहां पर इजरायल ने हमला किया है, उनमें शामिल हैं फलग, शैद घदिरी, अब्दुल फतेह और खोजिर रॉकेट मोटर कास्टिंग फैसिलिटी. इसके अलावा तेहरान के पास परचिन, परंद में सैन्य अड्डे और शाहरौद में मिसाइल टेस्टिंग फैसिलिटी. इजरायली फाइटर जेटस ने इमाम खमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास भी एक फैसिलिटी को निशाना बनाया. अबादान और तंग-ए-बिजर में बंदर इमाम पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और ऑयल फैसिलिटी को हिट किया. 

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शुरुआत में ईरानी मीडिया ने इजरायली हमले में होने वाले नुकसान को कम करके दिखाया. यहां तक कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खमैनी ने भी हमले को समझने में गलती की. लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों से यह बात तो स्पष्ट है कि इजरायल ईरान के बहुत अंदर तक घुस कर सटीक हमला करने की क्षमता रखता है. 

दोनों में किसका हमला ज्यादा ताकतवर

1 अक्टूबर को ईरान ने 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल के अलग-अलग लोकेशन पर हमला किया. मकसद था लेबनान में हिज्बुल्लाह लीडर के मारे जाने का बदला. इजरायल ने दावा किया कि उसने ज्यादातर मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया. कुछ को उसके मित्र देशों के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में बर्बाद कर दिया. 

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जो बची हुई मिसाइलें थीं, वो खुले इलाकों, नागरिक इलाकों और व्यवसायिक क्षेत्रों में गिरी. इसमें एक वायुसेना के बेस को भी नुकसान पहुंचा है. कहा जाता है कि एक मिसाइल मोसाद के मुख्यालय के पास भी गिरी. इसके जवाब में इजरायल ने 100 से ज्यादा एडवांस फाइटर जेट से ईरान के कई ठिकानों पर हमला किया. 

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कुछ रीफ्यूलिंग और सर्विलांस एयरक्राफ्ट को तो इजरायली महिला पायलट्स भी उड़ा रही थीं. यह हमला कई स्टेज में किया गया. यह करीब तीन घंटे तक चला. लेकिन इजरायल का एक भी जेट न तो मारा गया, न ही क्षतिग्रस्त हुआ. ईरान ने पुख्ता किया इजरायल के हमले में चार लोग मारे गए हैं. ईरान के मिसाइल हमले में फिलिस्तीन में एक व्यक्ति बेस्ट बैंक में मारा गया था. 

आगे क्या होगा? 

ईरानी नेताओं ने कहा कि वो इजरायली हवाई हमले का करारा जवाब देंगे. ऐसा होगा भी. अगले संभावित हमलों में फिर से ईरान अपनी मिसाइलों का जखीरा खोलेगा. उन्हीं से हमला करेगा. इस तरह के हमले से ईरान अपने साथियों का जैसे- हमास, हिज्बुल्लाह का भरोसा और मजबूत करने की कोशिश करेगा. 

ये भी हो सकता है कि ईरान सीधे हमला करने से बचे. क्योंकि इजरायल नए हमले के बदले में और ज्यादा ताकतवर हमला करेगा. जिससे ईरान को भारी नुकसान हो सकता है. इस समय दोनों की अगले एक्शन का अंदाजा लगाना थोड़ा मुश्किल है. 
 

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