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चीन की घेराबंदी से बचाव के लिए ताइवान ने तैनात की सुपरसोनिक मिसाइल... अलर्ट पर अमेरिकी कमांडो

चीन ने ताइवान को चारों तरफ से घेर रखा है. बचाव में उसने अपने तटों के पास सुपरसोनिक मिसाइलें तैनात कर दी हैं. उधर ताइवान में मौजूद अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज के जवान हाई अलर्ट पर हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि चीन संभवतः जून के शुरुआत में ताइवान पर घुसपैठ कर दे. आइए जानते हैं अभी क्या स्थिति है.

ये है ताइवान की सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल HF-3, जिसे उसने स्ट्रैटेजिक प्वाइंट्स पर तैनात कर दिया है. ये है ताइवान की सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल HF-3, जिसे उसने स्ट्रैटेजिक प्वाइंट्स पर तैनात कर दिया है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2024,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

चीन ने ताइवान के चारों तरफ घेराबंदी कर दी है. उसके इस मिलिट्री ड्रिल के चलते ताइवान में मौजूद अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज हाई अलर्ट पर है. इतना ही नहीं ताइवान ने भी बचाव के लिए तटों के पास अपनी सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल HF-3 तैनात कर दी है. आशंका ये जताई जा रही है कि जून के शुरुआत में चीन ताइवान में घुसपैठ कर सकता है.  

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इस समय चीन के 42 से ज्यादा मिलिट्री एयरक्राफ्ट ताइवान के आसपास उड़ान भर रहे हैं. इनमें से करीब 28 ने मीडियन लाइन को पार भी किया. चीन ने ताइवान के चारों तरफ 15 युद्धपोत, 16 कोस्ट गार्ड शिप तैनात किए हैं. इधर ताइवान ने भी अपने कोस्ट गार्ड को समंदर में चीन को करारा जवाब देने के लिए तैयार कर दिया है. 

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इसके अलावा ताइवान की सेना ने Hsiung Feng III एंटी-शिप मिसाइलों को तटों के पास तैनात कर दिया है. ये खास तरह के एयर डिफेंस सिस्टम हैं, जो दुश्मन के जहाजों, मिसाइलों, फाइटर जेट्स, हेलिकॉप्टर को आसमान में ही मार कर गिरा सकते हैं. इस मिसाइल का पुराना वर्जन भी तैनात किया गया है. 

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दो तरह के फाइटर जेट, दो तरह के युद्धपोत ड्रिल में शामिल

इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि ताइवान की इंडिपेंडेंस फोर्सेस के सिर फोड़ दिए जाएंगे. खून की धार निकलेगी. चीन ने इस युद्धाभ्यास में J-16 और J-20 फाइटर जेट्स को तैनात किया है. इसके अलावा टाइप 052डी डेस्ट्रॉयर्स और टाइप 071 लार्ज एंफिबियस वॉरफेयर शिप तैनात किया है. 

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इसके अलावा चीन ने DF-15B मिसाइलें तैनात की हैं. ये छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं. साथ ही PHL-03 मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम को लगाया है. आइए अब जानते हैं कि ताइवान ने बचाव में जो मिसाइलें तैनात की हैं, उनकी ताकत क्या है? 

जमीन या पानी किसी भी तरह के टारगेट को निशाना बनाना आसान

ताइवान ने स्ट्रैटेजिक पोजिशंस पर Hsiung Feng III (HF-3) सुपरसोनिक मिसाइलों को तैनात किया है. इन्हें ब्रेव विंड थ्री भी बुलाते हैं. यह मीडियम रेंज की सुपरसोनिक मिसाइल है. खासतौर से जमीन और पानी पर चल रहे टारगेट्स को निशाना बनाने के लिए ताइवान इनका इस्तेमाल करता है. 

ताइवान के पास 2007 से लगातार यह मिसाइल तैनात है. अब तक ताइवान ने करीब 250 से ज्यादा मिसाइलें बनाई हैं. एक मिसाइल का वजन 1400 से 1500 किलोग्राम होता है. 20 फीट लंबी मिसाइल का व्यास 18 इंच होता है. इसमें 225 किलोग्राम का सेल्फ फोर्जिंग फ्रैगमेंट्स वॉरहेड लगाया जाता है.  

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दुश्मन की तरफ 4322 km/hr की स्पीड से बढ़ेगी ताइवान की ये मिसाइल

यह मिसाइल लिक्विड फ्यूल रैमजेट इंजन और सॉलिड फ्यूल मेन बूस्टर और दो साइड बूस्टर के सहारे तेजी से आगे बढ़ती है. इसकी रेंज 400 किलोमीटर है. यह  अधिकतम 4322 km/hr की स्पीड से दुश्मन की तरफ बढ़ती है. इसकी मदद से किसी भी युद्धपोत या जमीनी टारगेट को निशाना बनाया जा सकता है. 

इस मिसाइल को दागने के लिए जहाज, ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर और बंकरों का इस्तेमाल किया जाता है. इसका वॉरहेड बदल कर इसके इस्तेमाल का तरीका भी बदल सकते हैं. 

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