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S-400 Destroyed: रूस ने जो 'रक्षा कवच' भारत को दिया, उसे यूक्रेन की मिसाइलों से नहीं बचा पाया

Russia ने हवाई हमले से बचने के लिए जो रक्षा कवच भारत को दिया. वो उसकी सुरक्षा खुद ही नहीं कर पाया. दुश्मन की मिसाइलों को हवा में बर्बाद करने वाला S-400 Triumph को यूक्रेन की मिसाइलों ने नष्ट कर दिया. यूक्रेन ने रूसी रक्षा कवच को तोड़ने के लिए बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किया था.

ये क्रीमिया के झनकोई एयरबेस पर यूक्रेनी मिसाइलों से तबाह हुआ रूस का S-400 एयर डिफेंस सिस्टम. (फोटोः X) ये क्रीमिया के झनकोई एयरबेस पर यूक्रेनी मिसाइलों से तबाह हुआ रूस का S-400 एयर डिफेंस सिस्टम. (फोटोः X)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 18 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST

17 अप्रैल 2024 की सुबह यूक्रेन की सेना ने रूस के झनकोई में मौजूद एयरबेस पर हमला बोला. यह एयरबेस क्रीमिया के उत्तरी इलाके में है. यहां पर रूस की सर्वश्रेष्ठ एयर डिफेंस सिस्टम S-400 Triumph तैनात थी. ताकि दुश्मन की मिसाइल इस एयरबेस पर हमला न कर सके. लेकिन यूक्रेन की दो तरह की मिसाइलों ने इस सिस्टम को ही नष्ट कर दिया. इसकी फोटो वायरल हो रही है.

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यूक्रेन ने रूस के एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को बर्बाद करने के लिए यूक्रेन ने ATACMS बैलिस्टिक मिसाइल और Storm Shadow क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया. पहली स्ट्राइक में ही S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के तीन लॉन्चर और एक राडार बर्बाद हो गए. इस हमले से रूसी मिलिट्री एयर डिफेंस क्षमताओं पर सवाल उठने लगे हैं. यूक्रेन ने पहले सात मिसाइलें दागी, इसके बाद 5 और मिसाइलें दागीं. 

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झनकोई एयरबेस आमतौर पर लॉजिस्टिक और रिपेयरिंग हब है. यह पर कई अटैक एयरक्राफ्ट मौजूद हैं. यूक्रेन ने जानबूझकर रूस के संवेदनशील टारगेट्स पर हमला किया है. रूस ने यूक्रेनी हमलों से बचने के लिए अपने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टीवेट किया था. लेकिन इस बार S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ढंग से काम नहीं कर पाया. 

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मिसाइल अटैक के बाद और भी हमले किए गए... 

यूक्रेनी मिसाइलों के पहले हमले में ही रूस का ताकतवर डिफेंस सिस्टम बर्बाद हो गया. इसके बाद सैनिकों ने और हमले करके एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचाया है. S-400 एयर डिफेंस सिस्टम 400 किलोमीटर रेंज तक क्रूज, बैलिस्टिक मिसाइल, फाइटर जेट्स और ड्रोन्स को ट्रैक करके उन्हें खत्म कर सकता है. 

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दुनिया के बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम में शामिल... 

एस-400 काफी ज्यादा लचीला एयर डिफेंस सिस्टम है. यह पांच मिनट में तैनात हो जाता है. इसके साथ अन्य डिफेंस सिस्टम को भी जोड़ा जा सकता है. दुनिया के सबसे बेहतरीन डिफेंस सिस्टम में से एक है. लेकिन यूक्रेनी हमले में यह बेकार हो गया. फाइयर इन्फॉर्मेशन फॉर रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम के मुताबिक मिसाइल हमले के थोड़ी देर बाद तक साइट पर कई धमाके होते रहे. छह जगहों पर भयानक आग लगी थी. 

क्या-क्या चीजें रखी हैं रूस के झनकोई एयरबेस पर... 

झनकोई एयरबेस एक स्ट्रैटेजिक मिलिट्री साइट है. यहां से रूस कई सैन्य ऑपरेशन पूरा करता है. सिर्फ लॉजिस्टिक और रिपेयरिंग नहीं होती बल्कि यहां पर Ka-52 Hokum, Mi-28 Havoc अटैक हेलिकॉप्टर्स भी तैनात हैं. इसके अलावा यहां पर सू-25 फ्रॉगफुट ग्राउंड अटैक फाइटर जेट्स भी तैनात हैं. 

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यूक्रेन ने जिस मिसाइल का इस्तेमाल किया, जानिए उसकी ताकत...

कहा जा रहा है कि यूक्रेन ने MGM-140 आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) का इस्तेमाल किया है. इसे अमेरिका बनाती है. 1670 किलोग्राम वजनी इस मिसाइल की लंबाई 13 फीट होती है. व्यास 24 इंच होता है. इसकी रेंज 300 किलोमीटर है. यानी क्रीमिया की सीमा के आसपास से यह मिसाइल दागी गई होगी. 

यह अधिकतम 50 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है. यह सुपरसोनिक गति से उड़ान भरते हुए टारगेट की तरफ बढ़ती है. यानी 3704 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से. इसमे हीट फ्रैंगमेंटेशन और पेनेट्रेशन वॉरहेड लगाया जाता है. 

यूक्रेन ने इसके अलावा स्टॉर्म शैडो क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किया... 

ATACMS के अलावा यूक्रेन ने फ्रांस-ब्रिटेन में बनी क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किया. इसका नाम है स्टॉर्म शैडो. यह लंबी दूरी की हवा से लॉन्च की जाने वाली मिसाइल है. एक मिसाइल का वजन 1300 किलोग्राम होता है. 16.9 फीट लंबी मिसाइल की चौड़ाई 25 इंच और ऊंचाई 19 इंच होती है. इसमें कई स्टेज वाला 450 Kg का वॉरहेड लगता है.

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इस मिसाइल की रेंज 550 किलोमीटर है. यह मिसाइल एक सेकेंड में 323 मीटर की दूरी तय करती है. यानी करीब 1200 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से. इसे कई तरह के फाइटर जेट से दागा जा सकता है. यह मिसाइल एयरक्राफ्ट से लॉन्च होने के बाद टारगेट की तरफ चुपचाप बढ़ती है. इसकी खासियत ये है कि इसके आने की खबर नहीं लगती. 

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