
दुनिया का सबसे खतरनाक ड्रोन है MQ-9B Predator. भारत ऐसे 31 ड्रोन अमेरिका से खरीद रहा है. 25,955 करोड़ रुपए से ज्यादा की डील है. ये सभी ड्रोन्स भारत की तीनों सेनाओं को मिलेंगे. इस डील के साथ अमेरिका ने एक नया प्रस्ताव दिया है. अमेरिका ने कहा है कि वह भारत को ताकतवर स्वदेशी ड्रोन बनाने में तकनीकी सलाह और मदद करेगा.
रक्षा एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस प्रस्ताव से भारत को अपना खतरनाक स्वदेशी ड्रोन बनाने में मदद मिलेगी. फिलहाल जो ड्रोन्स अमेरिका से आएंगे, उनकी तैनाती चार स्थानों पर होगी. चेन्नई में आईएनएस राजाजी, गुजरात के पोरबंदर में. इनका संचालन भारतीय नौसेना करेगी. वायुसेना और आर्मी इन्हें गोरखपुर और सरसावा एयरफोर्स बेस पर संचालित करेंगे. क्योंकि इतना लंबा रनवे यही है.
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गोरखपुर और सरसावा बेस से चीन के लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश पर निगरानी रखना आसान हो जाएगा. 15 ड्रोन्स समुद्री इलाकों की निगरानी के लिए होंगे. बाकी चीन और पाकिस्तान की सीमाओं की निगरानी के लिए तैनात किए जाएंगे.
जानिए इस शानदार जासूसी हमलावर की ताकत
इसी ड्रोन से अलकायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी को मारा गया था. अमेरिका इसे हंटर-किलर यूएवी कहता है. यह एक लॉन्ग रेंज एंड्योरेंस ड्रोन है. जो हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों से लैस रहता है. इसमें लगे R9X Hellfire Missile से जवाहिरी के अड्डे पर हमला किया गया है.
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एमक्यू 9 प्रीडेटर रिमोट से उड़ाया जाता है. इसे अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स बनाती है. यह किसी भी तरह के मिशन के लिए भेजा जा सकता है. जैसे- सर्विलांस, जासूसी, सूचना जमा करना या फिर दुश्मन के ठिकाने पर चुपके से हमला करना. ज्यादा समय तक और ज्यादा ऊंचाई से निगरानी करने में सक्षम हैं.
1900 km की रेंज, 1700 kg के हथियारों के साथ उड़ान
इसकी रेंज 1900 KM है. यह अपने साथ 1700 KG वजन का हथियार लेकर जा सकता है. इसे दो कंप्यूटर ऑपरेटर्स ग्राउंड स्टेशन पर बैठकर वीडियो गेम की तरह इसे चलाते हैं. इस ड्रोन की लंबाई 36.1 फीट, विंगस्पैन 65.7 फीट, ऊंचाई 12.6 फीट होती है. ड्रोन का खाली वजन 2223 Kg होता है.
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ड्रोन में 1800 किलोग्राम ईंधन की क्षमता होती है. इसकी गति 482 km/hr है. जो 50 हजार फीट की ऊंचाई से दुश्मन को देखकर उसपर मिसाइल से हमला कर सकता है. आमतौर पर 25 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ाया जाता है.
सात हार्डप्वाइंट... मिसाइल लगाएं या बम, या दोनों
एमक्यू 9 प्रीडेटर पर हथियारों के नाम पर मिसाइल लगाए जाते हैं. इसमें सात हार्ड प्वाइंट होते हैं, दो इनबोर्ड स्टेशन, दो मिडल स्टेशन एक आउटबोर्ड स्टेशन और सेंटर स्टेशन. इसमें 4 AGM-114 Hellfire मिसाइलें लगी होती हैं, ये हवा से जमीन पर सटीकता से हमला करती हैं.
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इसके अलावा दो लेजर गाइडेड GBU-12 Paveway II बम भी लगाए जाते हैं. इन दोनों के बजाय आप इस ड्रोन पर अलग-अलग तरीके के हथियारों का उपयोग कर सकते हैं. जैसे- GBU-38, जो एक ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक एम्यूनिशन है. इसके अलावा ब्रिमस्टोन मिसाइल भी लगाए जा सकते हैं. सभी मिसाइलों और बमों का उपयोग जरूरत के मुताबिक होता है.