
रूस के खिलाफ जंग लड़ रहे यूक्रेन के लिए अमेरिका खतरनाक हॉक फेज-3 मिसाइल देने जा रहा है. इसका पूरा नाम है MIM-23 HAWK. यह सतह से हवा में मार करने वाली मीडियम रेंज की मिसाइल है. अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट यूक्रेन को हॉक फेज-3 मिसाइल देने का फैसला लिया है. इस डील की कीमत करीब 1150 करोड़ रुपए से ज्यादा होगी. इसमें मिसाइल सिस्टम, फायर यूनिट, सपोर्ट इक्विपमेंट, ट्रेनिंग आदि सब शामिल है.
यह मिसाइल अपने टारगेट का पीछा राडार-होमिंग गाइडेंस सिस्टम के जरिए करती है. यह अधिकतम 3334 km/hr की स्पीड से टारगेट की तरफ बढ़ती है. इसका इस्तेमाल चाड-लीबिया युद्ध, ईरान-इराक युद्ध, खाड़ी युद्ध, लीबिया-तुर्की युद्ध में भी हो चुका है.
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एक मिसाइल का वजन करीब 590 किलोग्राम होता है. 16.8 फीट लंबी मिसाइल का व्यास 14.5 इंच होता है. इसमें 54 किलोग्राम का वॉरहेड यानी हथियार लगाया जाता है. आमतौर पर इसमें ब्लास्ट फ्रैगमेंटेशन वॉरहेड लगाते हैं, जो टारगेट से टक्कर के बाद भी धमाके करता रहता है.
यूक्रेन को क्यों है इस मिसाइल की जरूरत?
इस मिसाइल की रेंज 45 से 50 किलोमीटर होती है. यह मिसाइल अधिकतम 65 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकती है. यानी यह दुश्मन के फाइटर जेट, मिसाइल, हेलिकॉप्टर, ड्रोन जैसे किसी भी टारगेट को बर्बाद कर सकती है. यूक्रेन को इस मिसाइल की अर्जेंट जरूरत है ताकि रूस की मिसाइलों और जेट हमलों को रोक सके.
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सिर्फ अमेरिका ही नहीं स्पेन ने भी यूक्रेन को छह हॉक एयर डिफेंस सिस्टम देने की घोषणा की है. इन दोनों देशों के ऐलान से रूस नाराज है. फिलहाल अमेरिका ने यह नहीं बताया कि वह यूक्रेन को कितने हॉक मिसाइल सिस्टम देगा. लेकिन यह माना जा रहा है कि इतने सिस्टम दिए जाएंगे कि यूक्रेन रूस से लोहा ले सके.
कौन-कौन से देश कर रहे हैं इसका इस्तेमाल?
फिलहाल इस मिसाइल का इस्तेमाल फ्रांस, ग्रीस, ईरान, इजरायल, इटली, जापान, कुवैत, नीदरलैंड्स, मिस्र, जॉर्डन, मोरक्को, रोमानिया, सऊदी अरब, सिंगापुर, स्पेन, दक्षिण कोरिया, स्वीडन, ताइवान, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात कर रहे हैं. इसका पुराना वर्जन यूक्रेन के पास भी है.