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GBU-57 MOP: जमीन में 200 फीट नीचे कॉन्क्रीट का बंकर भी उड़ा देता है ये बम, इसी से US ने यमन पर हमला किया

यमन में हूती विद्रोहियों के हथियार डिपो पर अमेरिका ने सबसे बड़ा बंकर बस्टर बम GBU-57 MOP गिराया. यह बम जमीन के 200 फीट नीचे मौजूद कॉन्क्रीट के बंकर को भी उड़ा देता है. अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के खिलाफ अपने दो सबसे खतरनाक हथियार उतार दिए हैं. एक बी-2 न्यूक्लियर स्टेल्थ बॉम्बर और दूसरा ये बम.

ये है अमेरिकी वायुसेना का बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर, जिससे गिर रहा है GBU-57 MOP बंकर बस्टर बम. ये है अमेरिकी वायुसेना का बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर, जिससे गिर रहा है GBU-57 MOP बंकर बस्टर बम.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 5:57 PM IST

अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के हथियार डिपो को बमबारी से बर्बाद कर दिया. लेकिन ये डिपो जमीन के नीचे कॉन्क्रीट के बंकरों में था. यहां आसानी से पहुंच पाना संभव नहीं था. तब अमेरिका ने निकाले अपने दो सबसे घातक हथियार. पहला B-2 Nuclear Stealth Bomber और इसे लोड किया GBU-57 MOP बम से. 

यहां नीचे देखिए इस बम की ताकत का वीडियो

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GBU-57 Massive Ordnance Penetrator (GBU-57 MOP) एक प्रेसिशन गाइडेड बम है. जिसका इस्तेमाल जमीन के अंदर मौजूद बंकरों को उड़ाने के लिए किया जाता है. इसे फिलहाल बोईंग कंपनी बनाती है. इस बम का वजन करीब 13600 किलोग्राम होता है, जिसमें 2400 किलोग्राम वजन का विस्फोटक भरा जाता है. 

यह भी पढ़ें: हूती विद्रोहियों पर अमेरिका ने B-2 न्यूक्लियर स्टेल्थ बॉम्बर से गिराए बम, हथियार डिपो किया तबाह

कैसे काम करता है ये बम? 

साढ़े 20 फीट लंबा और करीब 30.5 इंच व्यास वाला ये बम तीन तकनकी पर काम करता है. पहले टारगेटिंग यानी प्रेसिशन अटैक. जिसमें लेजर के जरिए टारगेट की पहचान कराई जाती है. लेजर देखते ही बम उसी दिशा में आगे बढ़ता है. दूसरा गाइडेंस. इसमें बम का अगला हिस्सा जो कि मजबूत धातु का बना कोन होता है, वह जमीन में धंसता है. 

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बी-52 स्ट्रैटोस्फेयर बॉम्बर से परीक्षण के दौरान गिराया जाता GBU-57 MOP बम. (फोटोः Flickr / doddtra)

तीसरा पेनेट्रेशन. इसमें बंकर बस्टर बम अपने वजन, मजबूती और स्लेंडर बॉडीशेप यानी सुई जैसे शेप की वजह से जमीन के अंदर 200 फीट तक चला जाता है. चौथा इसके बाद डिले फ्यूज इतने दबाव में आने के बाद विस्फोट को फोड़ देता है. जिससे भयानक विस्फोट होता है.  

अब जानते हैं B-2 बॉम्बर की खासियतें

69 फीट लंबे इस बमवर्षक के पंखों की लंबाई 172 फीट है. 17 फीट ऊंचे बमवर्षक का खाली वजन 71,700 kg होता है. जबकि पूरे हथियारों के साथ यह 1.70 लाख kg वजन लेकर टेकऑफ कर सकता है. अधिकतम गति 1010 km/hr है. यह आसमान में अधिकतम 50 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है.  

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80 छोटे बम या 16 परमाणु बम रखने की क्षमता 

इस बमवर्षक में दो इंटरनल बे हैं. यानी इसके पेट में बम रखे जाते हैं. टारगेट पर पहुंचने से पहले इंटरनल बे का दरवाजा खुलता है. उसमें से बम गिरते हैं. इस बमवर्षक के अंदर 230 किलोग्राम वजन के एमके-82 और जीबीयू-38 बमों को बॉम्ब रैक असेंबली में रखा जाता है. ऐसे करीब 80 बम रखे जा सकते हैं. 

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340 kg के 36 सीबीयू क्लास बम लगा सकते हैं. इसके अलावा इसके रोटरी लॉन्चर असेंबली है, जिसमें 910 कु के 16 बम लगा सकते हैं. इसके अलावा 16 B-61 या B-83 न्यूक्लियर बम लगा सकते हैं. अमेरिकी सेना इसमें AGM-154 ज्वाइंट स्टैंडऑफ वेपन और AGM-158 ज्वाइंट एयर टू सरफेस स्टैंडऑफ मिसाइल भी तैनात करती है. इसके अलावा इसमें दो जीबीयू-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बम लगाए जा सकते हैं. ये बड़े पैमाने पर तबाही मचाने वाले हथियार हैं. 

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